भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी आदिवासियों को अपना वोट बैंक मानती है। 2018 के विधानसभा चुनाव में आदिवासी बेल्ट में कांग्रेस को अच्छे वोट मिले थे। माना जा रहा था कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर आदिवासी नेता को नियुक्त करके कमलनाथ अपना वोट बैंक बचाए रखेंगे परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया उल्टा भारतीय जनता पार्टी की एक चाल ने आदिवासी बेल्ट में कमलनाथ को कमजोर कर दिया।
मध्यप्रदेश में मंगूभाई छगनभाई पटेल को राज्यपाल नियुक्त किया गया है। बताने की जरूरत नहीं कि इस नियुक्ति के साथ भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने एक साथ तो लक्ष्य साध लिए है। श्री पटेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र नेताओं में से एक हैं। यानी मध्य प्रदेश की छोटी-छोटी बातें भी केंद्रीय नेतृत्व के कंट्रोल में आ जाएंगे और दूसरा इस नियुक्ति के माध्यम से भाजपा का आदिवासी बेल्ट में प्रभाव बढ़ जाएगा।
मध्यप्रदेश में आदिवासी 47 सीटों पर निर्णायक वोटिंग करते हैं
मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीट है जिनमें से 47 सीटों पर आदिवासी मतदाता निर्णायक वोटिंग करते हैं। कांग्रेस पार्टी आदिवासियों को अपना वोट बैंक मानकर चलती है। 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी के कारण भाजपा को फायदा हुआ था और 47 में से 31 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी जीत गए थे लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में आदिवासी बेल्ट में भाजपा की सीटों की संख्या 22 रह गई थी।
कमलनाथ पर एक पद छोड़ने का दबाव
मध्यप्रदेश में कमलनाथ कांग्रेस पार्टी के दोनों प्रमुख पद (प्रदेश अध्यक्ष एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष) पर विराजमान है। वह बार-बार हाईकमान की बात करते हैं लेकिन सब जानते हैं कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ ही हाईकमान है। शीतकालीन सत्र से पहले खबरें आ रही थी कि कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ कर किसी आदिवासी को नियुक्त कर सकते हैं परंतु कमलनाथ मध्यप्रदेश में किसी भी नेता का कद बड़ा करने के मूड में नहीं थे। अब मध्य प्रदेश के राज्यपाल के पद पर नियुक्ति के बाद कमलनाथ पर आदिवासी नेताओं के लिए कम से कम एक प्रमुख पद छोड़ने का दबाव बढ़ गया है। श्री कमलनाथ के शब्दों में कहे तो 'अब मुंह चलाने से काम नहीं चलेगा, आदिवासियों को साधना है तो उनको सम्मान भी देना होगा और पद भी।'
06 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार
EMPLOYEE NEWS- DA-DR पेमेंट की तारीख तय, बकाया किस्त भी मिलेगी
MP BOARD- 12वीं के रिजल्ट का फार्मूला फेल, हजारों छात्रों का परीक्षा परिणाम अटका
MP NEWS- स्कूल नहीं खुलेंगे, फीस नहीं बढ़ेगी: सीएम शिवराज सिंह चौहान
DAVV ADMISSION- डिप्लोमा और सर्टिफिकेट सहित UG-PG के 72 से ज्यादा कोर्स में रजिस्ट्रेशन शुरू
MP NEWS- मध्यप्रदेश में अब शिक्षिका और प्राचार्या जैसे पद नहीं रहेंगे
MP NEWS- वैक्सीनेशन के 1 घंटे के अंदर महिला की मौत
MP NEWS- 150 यूनिट तक बिजली खपत वालों को ₹1 प्रति यूनिट का लाभ
MPMSU NEWS- भोपाल वाली मैडम बचा नहीं पाईं, वृंदा और तृप्ति की प्रतिनियुक्ति खत्म, क्लर्क सस्पेंड, कंपनी टर्मिनेट
OPS- शिक्षाकर्मियों के प्रकरण हाईकोर्ट की डबल बैंच में क्यों प्रस्तुत किए गए, जानिए
मध्य प्रदेश मानसून- बंगाल के बादल उठने लगे हैं, ब्रेक के बाद मूसलाधार बारिश होगी
MP NEWS- शिवराज सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार, रिक्त पद चार, दावेदार बेशुमार
महत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां
GK in Hindi- सौर मंडल के 7 ग्रहों का फायदा ही क्या जब इन पर कोई रह नहीं सकता
free ayurvedic consultation मप्र आयुष विभाग का मोबाइल एप Download करें
GK in Hindi - मोर अपना घोंसला कहां बनाता है, पेड़ के ऊपर या किसी गुफा में
GK in Hindi- सड़क किनारे वृक्षों पर सफेद पेंट क्यों किया जाता है, वैज्ञानिक कारण
GK in Hindi- बर्फ का टुकड़ा पानी में तैरता है तो फिर शराब में क्यों डूब जाता है
GK in Hindi- बारिश की बूंदे गोल क्यों होती है, लंबी क्यों नहीं होती
GK in Hindi- मुर्गा सूर्योदय से पहले बांग क्यों देता है, कभी लेट क्यों नहीं होता
GK in Hindi- मनुष्य की दो आंखें क्यों होती है जबकि एक आंख से भी पूरा दिखाई देता है
GK IN HINDI- BIKE का इंजन CC में क्यों होता है, हॉर्स पावर में क्यों नहीं होता
:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com