छाती के बीच में यानी स्वांसनली वाले हिस्से में दर्द का होना हृदय रोग नहीं है। ऐसा दर्द आहारनली में एसिड आने से होता है। सीने के बीचोबीच पेट के उपरी हिस्से में दर्द होता है। जो कि मरीज के लेटने पर और ज्यादा बढ़ता है। इनडाइजेशन (बदहजमी) के साथ यह रोग, दर्द की दवा (एनएसएड), शराब या चर्बीदार, मसालेदार खाना खाने से बढ़ सकता है।
आहार नली का संकुचन और इसोफेगाइटिस
भोजन की नली से संबंधित इस बीमारी में सीने में दर्द लेटने पर और बढ़ने लगता है। यह तैलीय पदार्थ शराब या दर्दनाशक दवा से और बढ़ जाता है। इस प्रकार के सीने का दर्द गैस की दवा, एंटासिड (प्रतिअम्ल) वगैरह लेने से कम हो जाता है। इस तरह के सीना में दर्द अचानक होता है।
इसमें सीरियल ईसीजी जांच नॉर्मल रहता है। हार्टअटैक से संबंधित खून की जांच भी सही रहती है। इन्डोस्कोपी जांच से इसोफगाइटिस (आहार नली का संक्रमण) का पता चलाता है। कैल्श्यिम एन्टागोनिस्ट, पीपीआई दवा एवं उसे जीवन शैली में बदलाव से उचित इलाज संभव है। ✒ डॉ एके झा उपनिदेशक, इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान, पटना