भोपाल। सरकार के दामन पर दाग बन चुकी राजधानी भोपाल की सड़कों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गंभीर हो गए हैं। उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान CPA को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है।
CPA BHOPAL क्या है
भोपाल शहर को सन 1956 में मध्य प्रदेश की राजधानी घोषित किया गया था। शहर को व्यवस्थित तरीके से डिवेलप करने के लिए 1 अक्टूबर 1960 में आवास एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत Capital Project Administration (CPA) का गठन किया गया था। इसकी मंजूरी योजना आयोग भारत सरकार द्वारा दी गई थी। सीपीए का काम भोपाल शहर की सड़कों को बनाना और उनका मेंटेनेंस करना था। इसके अलावा पाक और सरकारी भवन का निर्माण एवं मेंटेनेंस भी सीपीए का काम था।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अधिकारियों ने बताया कि भोपाल शहर की सड़कें चार एजेंसियों पीडब्ल्यूडी, सीपीए, नगर निगम और BDA द्वारा बनाई गई हैं और उन्हीं के द्वारा मेंटेन की जातीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक शहर की सड़कों के लिए 4 एजेंसी नहीं होनी चाहिए। परंपरा बदल दो, आज इसी समय से, तत्काल प्रभाव से सीपीए समाप्त।
नए अंदाज में @ChouhanShivraj कल बाढ़ राहत को लेकर प्रशासन को गड़बड़ी बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी। आज भोपाल की सड़कों को लेकर बरसों पुरानी एजेंसी CPA को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। भोपाल की सड़कों को एक एजेंसी के सुपुर्द करने की जरुरत सालों से महसूस हो रही थी। अब भरेंगे गड्ढे। pic.twitter.com/6GKssNaXAp
— Prabhu Pateria🇮🇳 (@PrabhuPateria) August 20, 2021