बच्चों को बचपन से चंदा मामा के बारे में बताया जाता है। चंदा मामा की कहानियां सुनाई जाती है। हम सभी जानते हैं कि सौरमंडल में कुल 9 ग्रह हैं जिनमें से चंद्रमा भी एक है। फिर क्या कारण है कि चंद्रमा के साथ नजदीक का रिश्ता बताया जाता है जबकि शेष किसी भी ग्रह के साथ ऐसा रिश्ता नहीं बताया जाता। आइए वैज्ञानिक कारण पढ़ते हैं:-
चंद्रमा को मामा बताने के पीछे कई धार्मिक कथाएं भी है परंतु अपन विज्ञान की बात करते हैं। लॉजिक की तलाश करते हैं। विश्व स्तर पर आधुनिक वैज्ञानिकों द्वारा 1980 के आसपास इस सिद्धांत को स्वीकृत किया गया कि करीब 4.5 बिलियन साल पहले पृथ्वी और थिया के बीच हुई टक्कर के बाद चंद्रमा की उत्पत्ति हुई थी। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हेलीडे यह स्वीकार करते हैं कि चंद्रमा में उसी प्रकार की चट्टाने मौजूद हैं जैसे कि पृथ्वी पर पाई जाती है।
यानी कि पृथ्वी और चंद्रमा दोनों एक ही पिता की संताने हैं। पृथ्वी को हम माता का दर्जा देते हैं इसलिए चंद्रमा को मामा कहा गया। इसके अलावा दूसरा महत्वपूर्ण कारण यह है कि चंद्रमा अकेला ऐसा ग्रह है जो पृथ्वी की परिक्रमा करता है और एक प्रकार से पृथ्वी की रक्षा करता है। चंद्रमा के कारण ही पृथ्वी पर ऑक्सीजन है, जीवन है। इसलिए अभी हम चंद्रमा को मामा कहते हैं, जो बिना किसी लालच के धरती माता की परिक्रमा लगाते हुए उनकी और उनकी संतानों (मनुष्य, जीव जंतु एवं वनस्पति) की रक्षा करते हैं। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article
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