भोपाल। आदिवासी वोट बैंक को लुभाने के लिए विश्व आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश रद्द किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही कांग्रेस पार्टी को जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर सरकारी छुट्टी की घोषणा कर दी है।
कमलनाथ के नहले पर शिवराज सिंह का देहला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 9 अगस्त को विश्व मूलनिवासी दिवस है। इस दिन ऐच्छिक अवकाश है। 15 नवंबर जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा, उस दिन छुट्टी रहेगी। हमारी सरकार जनजातीय भाई-बहनों के कल्याण में कोई कसर सरकार नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जनजातीय संस्कृति, परम्परा और जीवन मूल्यों के लिए, रोजगार और बाकी व्यवस्थाओं के लिए हम विशेष अभियान चलाएंगे। कुल मिलाकर कमलनाथ के नहले पर शिवराज सिंह ने देहला जड़ दिया है। कमलनाथ सिर्फ आदिवासियों की राजनीति कर रहे थे, शिवराज सिंह जनजाति का कार्ड खेल गए। एक ऐच्छिक अवकाश के साथ एक सार्वजनिक अवकाश फ्री हो गया।
पार्टी के कार्यक्रम के लिए कमलनाथ ने विधान सभा से वॉकआउट किया था
मध्यप्रदेश की विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन विश्व आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश रद्द किए जाने का विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया था। इसके तत्काल बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भारत छोड़ो आंदोलन एवं विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम और उसका समय पूर्व निर्धारित था। यानी विधान सभा से कांग्रेस पार्टी का वॉकआउट भी फिक्स था और यदि ऐसा था तो यह अच्छी बात नहीं है।