अक्सर कहा जाता है कि स्कूल की पढ़ाई लाइफ में किसी काम नहीं आती लेकिन यदि UPSC-2020 परीक्षा में ऑल इंडिया सेकंड रैंक और फीमेल कैटेगरी में फर्स्ट रैंक लाने वाली भोपाल की जागृति अवस्थी से पूछा तो उन्होंने बताया कि 12वीं की पढ़ाई के कारण ही UPSC का सबसे टफ कहा जाने वाला इंटरव्यू क्लियर कर पाई।
UPSC-2020 की सेकेंड टॉपर भोपाल की जागृति अवस्थी का 10 सितंबर को इंटरव्यू हुआ था। जागृति कहती हैं कि दोपहर में ठीक 1.30 बजे इंटरव्यू शुरू हुआ और एयर मार्शल अजीत शंकर राव भोंसले के बोर्ड ने सवाल पूछने शुरू किए। इस दौरान संस्कृत से जुड़े सवाल 'गायत्री मंत्र की रचना किसने की थी। कालिदास ने कुल कितनी रचनाएं लिखी उनके नाम क्या है।' पूछे गए।
जागृति ने बताया कि कक्षा 12 में संस्कृत की पढ़ाई की थी। उसके बाद 6 साल तक संस्कृत की किसी किताब का कवर पेज तक नहीं देखा लेकिन कक्षा 12 की पढ़ाई काम आ गई। पूरे कॉन्फिडेंस के साथ जवाब दे पाई कि गायत्री मंत्र की रचना महर्षि विश्वामित्र ने की थी। कक्षा 12 में पढ़ा था इसलिए याद था कि कालिदास रचित कुल सात रचानाएं हैं। इनमें खंड काव्य : मेघदूत और ऋतुसंहार, महाकाव्य : रघुवंशम् और कुमारसंभवम्, नाटक : मालविकाग्निमित्रम् विक्रमोर्वशीयम और अभिज्ञानशाकुन्तलम् शामिल हैं।
MORAL OF THE STORY
मोरल ऑफ द स्टोरी यह है कि कोई भी व्यक्ति यह कैलकुलेट नहीं कर सकता कि नॉलेज लाइफ के किस मोड़ पर आकर काम आएगी लेकिन कोई भी व्यक्ति गारंटी के साथ यह जरूर कह सकता है कि नॉलेज लाइफ में सफलता दिलाएगी। स्कूल में संस्कृत की पढ़ाई बोरिंग लगती है। कालिदास की रचनाएं कोई याद नहीं रखना चाहता लेकिन इसी के कारण जागृति अवस्थी को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भारत की सबसे कठिन परीक्षा और इंटरव्यू में ऑल इंडिया सेकंड रैंक मिली।
POPULAR INSPIRATIONAL STORY
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