आजकल हर कोई व्यक्ति एसिडिटी की समस्या से परेशान है। वह एसिडिटी से बचने के लिए एंटीएसिड ड्रग या सोड़ा युक्त पेय पदार्थों का प्रयोग करता है। उसे तत्काल आराम पड़ सकता है लेकिन समस्या का समाधान हमेशा के लिए नहीं होता है। आगे चलकर यह अवस्था पेप्टिक अल्सर का रूप धारण कर लेती है। आहार में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखें तो एसिडिटी की समस्या से बचा जा सकता है।
हमें आहार में तले खाद्य पदार्थ, मिर्च मसाले, अचार, पापड़, केफीन युक्त पेय (चाय,काफी) के सेवन कम करना चाहिए। क्योंकि यह आमाशय में एसिड को सामान्य से अधिक बढ़ाने का काम करते हैं। घर पर बने पेय पदार्थ जो शीतलता प्रदान करते हैं जैसे:
* भूखे पेट भीगी हुई सौंफ और मिश्री का पानी।
* बेल के फलों का जूस।
* भीगे जीरा का पानी।
* भीगे साबुत धनिया का पानी।
* ठंडा पतला दूध
* खट्टे फलों के स्थान पर हमें पपीता, चीकू केला का अधिक सेवन।
* खाली पेट नही रहे। प्रत्येक दो घंटे के अंतराल पर कुछ जरूर खाए।
* पर्याप्त नींद अवश्य ले।
मेडिटेशन प्रतिदिन करने से स्ट्रेस कम होता है जिससे शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन रिलीज होते हैं जो एसिडिटी को बढ़ाने से रोकते हैं।
उर्मिला सिसोदिया, डायटिशियन 8197102288, बेंगलूरु