कामकाजी महिलाओं को घर और ऑफिस दोनों को संभालना पड़ता है। इसलिए उन्हें अधिक एनर्जी की आवश्यकता होती है। इसकी कमी होने पर थकावट, मांसपेशियों में दर्द, चिड़चिड़ापन होना स्वाभाविक है। हमेशा एनर्जेटिक रहने के लिए वह डाइट और जीवन शैली में कुछ बदलाव कर सकती हैं।
*हमेशा फ्रूट जूस की जगह फल खाएं। क्योंकि फल में फाइबर होता है जो अधिक समय तक रक्त में ग्लूकोस को बनाए रखता है। परिणाम स्वरूप हमें लंबे समय तक थकान का अनुभव नहीं होता है।
*नाश्ते में सूखे मेवे तथा अलसी , चीया सीड, तरबूज के बीज का अधिक प्रयोग करना चाहिए। क्योंकि इसमें उपस्थित ओमेगा 3 फैटी एसिड शरीर में उत्पन्न होने वाली थकान को कम करते है और लंबे समय तक कार्य के लिए ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते है।
*हमेशा अपनी डेस्क पर पानी का बोतल रखें यह डिहाइड्रेशन को रोकता है एवं वजन को नियंत्रित करके शरीर को डिटॉक्स करता करता है। जिससे प्रतिदिन नई ऊर्जा का संचार होता है।
*इसके साथ प्राणायाम मॉर्निंग वॉक हमें पूरे दिन सकारात्मक ऊर्जा देता है।
*भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, फल ,स्प्राउट्स का प्रयोग अधिक ऊर्जावान बनाए रखता है। क्योंकि इन में उपस्थित आयरन कैल्शियम और प्रोटीन रक्त बनने की प्रक्रिया में मदद करते हैं जिससे महिलाओं में एनीमिया की शिकायत नहीं रहती है। एनीमिया की कमी न रहने पर महिलाएं काम करने में अधिक ऊर्जावान महसूस करती है।
उर्मिला सिसोदिया, डाइटिशियन, बेंगलूरु