जिस प्रकार मलेरिया मच्छर-वाहित प्रोटोजोअन रोग जिसमें मादा एनाफिलीज मच्छर प्लाज्मोडियम (प्रोटोजोआ) के वाहक का कार्य करती है। ठीक उसी प्रकार डेंगू भी एक मच्छर - वाहित विषाणु जनित रोग है। जिसमें मादा एडीज इजिपटाई मच्छर डेंगू (विषाणु, Virus) के वाहक का कार्य करती है। परंतु डेंगू के विषाणु का संचरण अकेले मच्छर के काटने से ही नहीं होता बल्कि यह रक्त आदान-प्रदान तथा अंगदान एवं गर्भावस्था के दौरान माता से शिशु में संचालित हो सकता है।
डेंगू फीवर का वायरस, फ्लेविविरिडी फैमिली के वंश फ्लेविवायरस का मेंबर है जो कि एक RNA Virus है। डेंगू, चिकनगुनिया, पोलियो, चेचक, सर्दी- जुकाम हेपेटाइटिस, कोविड-19 आदि सभी viral disease है जो कि एक निश्चित टाइम पीरियड होने के बाद ही ठीक होते हैं और इनका इलाज आसानी से उपलब्ध नहीं होता। डेंगू का virus मुख्य रूप से खून में उपस्थित platelets पर अटेक करता है।
डेंगू की पहचान कैसे करें - How To Identify Dengue Fever
यह रोग अचानक तीव्र बुखार के साथ प्रारंभ होता है जिसके साथ ही सिर में विशेष रूप से आंखों के पीछे तेज दर्द और मांसपेशियों और जोड़ों में भयानक दर्द होता है। इसी कारण इसे हड्डी तोड़ बुखार (Break Bone Fever) भी कहा जाता है। शरीर पर लाल चकत्ते भी पड़ जाते हैं और सबसे पहले चकत्ते हाथ पैरों पर, फिर छाती पर और कभी-कभी सारे शरीर पर भी फैल जाते हैं। इसके अतिरिक्त पेट खराब होना, पेट में दर्द, दस्त लगना, ब्लैडर की समस्या, कमजोरी निरंतर चक्कर आना, भूख ना लगना आदि भी इसके लक्षण हैं। डेंगू फीवर का पता लगाने के लिए टॉर्निक्वेट परीक्षण (Tourniquet Test) किया जाता है।
डेंगू से कैसे बचा जा सकता है - How Can We Prevented From Dengue Fever
चिकित्सा विज्ञान के अनुसार इलाज से ज्यादा बचाव जरूरी है यानी- prevention Is better than cure तो इसीलिए डेंगू की रोकथाम का सबसे अच्छा उपाय है, मच्छरों की आवास को नष्ट कर देना और मच्छरों के काटने से बचना। जल को एकत्रित ना होने देना तथा मच्छरों के प्रजनन को रोकना।
इसके अतिरिक्त प्राकृतिक रूप से मीसोसाइक्लोप्स नामक जलीय कीट तथा गम्बूसिया मछली भी डेंगू के नियंत्रण में प्रभावी है। डेंगू का मच्छर करीब 3 फीट की ऊंचाई तक उड़ता है और सुबह और दिन के समय अधिक सक्रिय होता है।
डेंगू का मच्छर मुख्य रूप से बारिश के मौसम के बाद जबकि तापमान अधिक होता है और आद्रता भी अधिक होती है, में विशेष रूप से वृद्धि करता है। Full sleeves के कपड़े, मच्छरदानी का प्रयोग मॉस्किटो रेपेलेंट के प्रयोग से भी इनसे बचा जा सकता है।
एडीज मच्छर मुख्य रूप से कूलर, गुलदस्ते, टायर, बोतल आदि जल संग्रह पात्रों में इकट्ठा हो जाता है। इस कारण इनकी साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।