Motivational article in Hindi
शक्ति रावत। कोरोना के बाद इन दिनों दुनिया में सबसे ज्यादा लोग अगर किसी चीज की कमी से जीवन में जूझ रहे हैं, तो वह है, सकारात्मकता की। ज्यादातर लोग अपने जीवन में गहरी मानसिक और शारीरिक थकान महसूस कर रहे हैं, क्यों कि महामारी ने बहुत कुछ बदल दिया है। ऐसे में सबसे जरूरी है, जीवन की सकारात्मकता का बनाये रखना और मजबूत करना। हमारे लिए अच्छी बात यह है, कि भारतीय संस्कृति में त्यौहारों की कमी नहीं है। सदियों से त्यौहार हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते रहे हैं। ये पंरपरा और संस्कृति से तो हमें जोड़ते ही हैं, साथ में मन के अंदर भी उत्साह भरते हैं। नवरात्र के साथ त्यौहारों की शुरूआत हो चुकी है जो दीपावली तक चलती रहेगी। ऐसे में हमारे लिए सुनहरा मौका है, अपने अंदर की पॉजीटिविटी को मजबूत करने और बढ़ाने का। त्यौहारों के माध्यम कैसे खुद को ज्यादा अच्छी ऊर्जा से भरें। जीवन प्रबंधन में आज पॉजीटिविटी बढ़ाने के यही मंत्र। क्या करें इन दिनों में।
1- सुबह जल्दी उठने की आदत बना लें
आमतौर पर हम सभी आलसी हैं, सुबह जल्दी उठने का मन नहीं करता। अगर आप भी इनमें से एक हैं, तो त्यौहारों का समय सुबह उठने की आदत बना लेने के लिए सबसे सही मौका है। सुबह कुदरत मुफ्त में सेहत और पॉजीटिविटी देती है, त्यौहारों के समय माहौल में चारों तरफ पॉजीटिव तंरगें होती हैं। अगर इन दिनों में आप सुबह जल्द उठते हैं, तो आपको मानसिक और शारीरिक सेहत संबधी कई फायदे युं ही मिल जाएंगे। इस समय क्योंकि प्राकृतिक ऊर्जा बहुत ज्यादा होती है, आपको आदत बनाने में सहयोग मिल जाएगा। मेहनत कम करनी पड़ेगी।
2- सामाजिक दायरा बढ़ाईये
हमारा हर त्यौहार अपने आप में कोई ना कोई संदेश लिये हुए हैं। लेेेेकिन सारे पर्वों में एक संदेश समान है, वह है, सामाजिक समरसता का। हम परिवार और बाहर वालों से इस बहाने से मिलते-जुलते हैं। हम जानते हैं, कि कोरोना ने हमारे गहरे सामाजिक तानेवाने को बुरी तरह तहस-नहस किया है, लोगों का संपर्क एक दूसरे से कम होने की वजह से भी लोगों में मायूसी और निगेटिविटी बढ़ी है। तो त्यौहारों का फायदा उठाकर अपना सामाजिक दायरा फिर बढ़ाईये। यह आपको पॉजीटिविटी से भरेगा।
3- जुड़ जाईये प्रकृति से
त्यौहारों का यह समय प्रकृति में भी परिवर्तन का समय है, मानसून विदा हो रहा है, मौसम बदल रहा है, इस दौरान प्रकृति से जुडऩा फायदेमंद होता है। अपनी ऑनलाइन स्क्रीन की आभासी दुनिया से बाहर निकलकर सुबह या शाम के समय कुछ समय प्रकृति के साथ बिताईये। आप गौर से देंखेंगे तो पाएंगे कि, धरती, आकाश, पर्वत पेड़-पौधे, पक्षी सब पॉजीटिविटी का संदेश दे रहे हैं। इनका संगीत आपको भी सकारात्मक बनाने में मदद करेगा।
4- संदेशों को करें आत्मसात
पॉजीटिविटी के लिए सेहत के साथ ही मन के स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में त्यौहारों से मिलने वाले सकारात्मक संदेशों को भी अपने अंदर आत्मसात करें। नवरात्र, दशहरा और दीपावली ये सभी पर्व अंधेरे पर प्रकाश की जीत का संदेश देते हैं, यही संदेश हमें अपने अंदर के अंधेरे को सकारात्मकता के प्रकाश से हराने की प्रेरणा दे सकता है। तो इस अवसर का लाभ उठाकर खुद को सकारात्मकता के साथ अंदर और बाहर से मजबूत बनाईये। - लेखक मोटीवेशनल एंव लाइफमैनेजमेंट स्पीकर हैं।
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