भोपाल। किसी भी मैनेजमेंट के लिए इससे शर्मनाक क्या होगा कि वह गलत मेरिट लिस्ट जारी कर दें और यदि वह मैनेजमेंट किसी यूनिवर्सिटी का हो तो ऐसे मैनेजमेंट की योग्यता का पुनः परीक्षण किया जाना चाहिए। बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट में ना केवल गलत मेरिट लिस्ट जारी कर दी बल्कि गोल्ड मेडलिस्ट का नाम भी गलत घोषित कर दिया।
एमएससी केमिस्ट्री की मेरिट लिस्ट गलत थी, निरस्त
कुलसचिव द्वारा जारी अधिसूचना क्रमांक 806 दिनांक 24 अक्टूबर 2021 के अनुसार अधिसूचना क्रमांक 761 दिनांक 17 सितंबर 2021 के माध्यम से एमएससी षष्टम सेमेस्टर रसायन शास्त्र नियमित की जो प्रवीण सूची यानी मेरिट लिस्ट जारी की गई थी वह गलत थी। दरअसल वह मेरिट लिस्ट वर्ष 2020 की थी। अधिसूचना क्रमांक 806 के माध्यम से उस मेरिट लिस्ट को निरस्त किया गया है।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने गोल्ड मेडलिस्ट का नाम गलत घोषित कर दिया था, संशोधन किया
कुलसचिव द्वारा जारी अधिसूचना क्रमांक 808 दिनांक 24 अक्टूबर 2021 के अनुसार अधिसूचना क्रमांक 781 दिनांक 28 सितंबर 2021 के द्वारा गोल्ड मेडलिस्ट स्टूडेंट्स की लिस्ट जारी की गई थी। इस लिस्ट में साइंस पीजी के अंतर्गत सुश्री अदिति यादव का नाम प्रदर्शित किया गया था जबकि अदिति यादव वर्ष 2020-21 की छात्रा है। इसलिए आदित्य यादव का नाम निरस्त करते हुए शिक्षा सत्र 2019-20 के छात्र सैयद जुनेद अली शासकीय मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय भोपाल को पीजी सांख्यिकी विज्ञान के अंतर्गत गोल्ड मेडलिस्ट घोषित किया गया।
उल्लेख करना जरूरी है कि किसी भी यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडलिस्ट के नाम की घोषणा करना प्रतिष्ठा का विषय होता है। मेरिट लिस्ट ऑफ गोल्ड मेडलिस्ट के नाम गलत जारी कर देना, सामान्य त्रुटि नहीं कही जा सकती। विश्वविद्यालय के विषय में यह एक गंभीर मामला है जो प्रमाणित करता है कि बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय में प्रबंधन के अंदर गंभीरता और योग्यता का अभाव है।