शुरुआती ठंड को गुलाबी सर्दी क्यों कहते हैं- GK in Hindi

Bhopal Samachar
शीत ऋतु का प्रारंभ हो चुका है। यह बड़ा ही मजेदार मौसम होता है। शाम के समय जब सर्द हवाएं चलती हैं तो एक शॉल या फिर हाफ स्वेटर पहनकर निकलना अच्छा लगता है। सुबह की चाय का स्वाद 4 गुना बढ़ जाता है। साहित्य और समाचारों में इस मौसम को गुलाबी सर्दी कहा जाता है। सवाल यह है कि ठंड के शुरुआती जनों को गुलाबी सर्दी क्यों कहते हैं जब की शुरुआत तो सफेद रंग से होती है।

हिंदी साहित्य के अनुसार गुलाबी शब्द का उपयोग सुहावना, आनंददायक, अच्छा लगने वाला, गुलाब जल की तरह सुगंधित, आदि के लिए किया जाता है। यदि रंगों की बात करें तो गुलाबी एक ऐसा रंग है जो कोमलता का प्रतीक माना जाता है। गुलाबी रंग की संज्ञा स्त्रीलिंग है। महिलाओं को गुलाबी रंग पसंद है और महिलाएं गुलाबी रंग में अच्छी लगती है। शायद यही कारण है कि शीत ऋतु के शुरुआत में हल्की ठंड को गुलाबी सर्दी कहकर पुकारा जाता है।

हिंदी साहित्य में गुलाबी शब्द को कई स्थानों पर प्रयोग किया जाता है। मूल रूप से गुलाबी एक रंग का नाम है और प्रकृति में कारनेशन पुष्प के रंग को सबसे पहली बार गुलाबी कहा गया। गुलाबी रंग प्रेम का प्रतीक माना गया है। दांपत्य जीवन में इसे सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। इस रंग को ध्यान से देखने पर मन में कोमल भावनाओं का संचार होता है। यह रंग आंखों को शीतलता प्रदान करता है और वातावरण में ऊर्जा का संचार करता है। गुलाबी रंग खुशी का प्रतीक होता है और गुलाबी रंग उत्सव को दर्शाता है। (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi,  general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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