अपन हाथ लगा कर देखें, पूरे शरीर में त्वचा में कहीं कोई जॉइंट नहीं होता। यानी पूरे शरीर पर त्वचा का एक ही आवरण होता है। सवाल यह है कि जब पूरे शरीर की स्किन एक होती है तो फिर काले लोगों की हथेलियां सफेद क्यों होती हैं। शरीर के अलग-अलग अंगों पर स्किन का कलर अलग-अलग क्यों दिखाई देता है।
अपन सब जानते हैं कि स्किन का कलर मेलानिन नाम के लिक्विड (प्राकृतिक रंगद्रव्य - Natural Pigment) के कारण निर्धारित होता है। यह लिक्विड मेलानोसाइट कोशिकाओं के अंदर होता है। मेलानिन एक प्राकृतिक रंगद्रव्य है को पृथ्वी के अधिकतर जीवों में पाया जाता है। जब आप सूरज की रोशनी में होते हैं तो आपकी त्वचा में मेलेनिन के उत्पादन की दर बढ़ जाती है। यही कारण है कि त्वचा का रंग गहरा होता चला जाता है। यह बात सब बताते हैं और सबको याद हो गई है।
अब अपन अपने सवाल के उत्तर की तरफ आते हैं। हथेली के आगे की त्वचा का रंग सफेद क्यों होता है। धूप में रहने के बावजूद काला क्यों नहीं पड़ता। और इसका सबसे सरल उत्तर है- मेलनोसाइट नामक कोशिकाओं के कारण। दरअसल मेलानिन केवल उसी हिस्से में अपना प्रभाव दिखा सकता है जहां पर मेलानोसाइट कोशिकाएं होती हैं। हथेली में मेलानोसाइट कोशिकाएं नहीं होती इसलिए हथेली का रंग कभी प्रभावित नहीं होता। (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi, general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com