GWALIOR NEWS- जिस कर्मचारी के यहां EOW का छापा पड़ा था, 2 दिन से गायब

ग्वालियर
। सुरेश नगर, थाटीपुर में मध्य प्रदेश शासन के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की टीम ने नगरिया निकाय के जिस कर्मचारी (महेश कुमार दीक्षित) के यहां छापामार कार्रवाई की है वह पिछले 2 दिन से गायब है। महेश दीक्षित का मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहा है। परिवार के पास भी उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इधर EOW आज महेश दीक्षित के बैंक खातों की जांच करेगी।

EOW की टीम ने जब महेश कुमार दीक्षित के घर पर छापा डाला उस समय महेश कुमार घर पर नहीं थे। महेश दीक्षित नगर पालिका अशोकनगर में अकाउंटेंट के पद पर पदस्थ हैं। छापामार कार्यवाही वाले दिन से लेकर अब तक महेश दीक्षित ऑफिस भी नहीं आए हैं। उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिल रहा है। हालांकि परिवार वालों ने गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई है परंतु महेश दीक्षित के बारे में कोई कुछ भी नहीं बता रहा है।

ग्वालियर संभाग के नगर पालिका अशोक नगर में बतौर अकाउंटेंट पदस्थ महेश कुमार दीक्षित 1990 में मात्र 950 रुपए से नौकरी शुरू की थी। 31 साल में उन्हें करीब 6000000 रुपए वेतन भत्ता आदि मिले। जबकि उनकी संपत्ति 3 करोड़ से अधिक की है।SP EOW अमित सिंह ने बताया किया कि अकाउंटेंट महेश दीक्षित के संबंध में गोपनीय शिकायत हुई थी। प्रारंभिक जांच में शिकायत सही पाई गई इसलिए कार्रवाई की गई।

महेश दीक्षित की संपत्ति का विवरण जो EOW ने दिया 

- थाटीपुर के सुरेश नगर एक करोड़ रुपए से अधिक का आलीशान तीन मंजिला मकान।
- 3 लाख के गहने और 61 हजार रुपए नकद मिले थे।
- ग्वालियर-भिंड सीमा पर सेंथरी गांव में 1.8 हेक्टेयर कृषि की जमीन।
- सेंथरी गांव में 0.67 हेक्टेयर जमीन दान में प्राप्त होना बताई गई, लेकिन दान का कोई वैधानिक आधार नहीं मिला।
- सेंथरी गांव 1.56 हेक्टेयर कृषि उपयोग की जमीन।
- सेंथरी गांव में 1.31 हेक्टेयर जमीन पत्नी के नाम पर।
- सेंथरी गांव में 1.65 हेक्टेयर खेत उपयोग की जमीन।
- सेंथरी गांव में 1.37 हेक्टेयर कृषि उपयोग की जमीन परिवार के नाम पर।
- सेंथरी गांव में 0.58 हेक्टेयर खेती के लिए जमीन।
- सेंथरी गांव में 0.325 हेक्टेयर खेती की जमीन पुश्तैनी बताई गई।
- सेंथरी गांव में 0.28 हेक्टेयर जमीन कृषि उपयोग की मिली है।
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