ग्वालियर। पति से तलाक लेने के बाद बेसहारा हुई आरती मिश्रा की मौत भी इसीलिए हुई क्योंकि वह लावारिस थी। हत्यारों को पता था कि उसके लापता होने पर कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराएगा। पुलिस पर दबाव नहीं बनाएगा। हत्या करने के बाद आरती मिश्रा की लाश को बाइक पर बीच में बिठा कर ले जाया जा रहा था, सड़क खराब होने के कारण बैलेंस बिगड़ा और रास्ते में ही लाश गिर गई। घबराए बाइक सवार फरार हो गए।
पुलिस ने इस केस में मुरैना के रहने वाले ममता भदौरिया, उसका पति बेटू भदौरिया, बेटू की बहन मीरा राजावत और मीरा के बॉयफ्रेंड नीरज परमार को गिरफ्तार किया है। इनके बयान के बाद तांत्रिक गिरवर यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि पिछले 18 साल से ममता भदौरिया निसंतान है। तांत्रिक ने बताया कि वैश्या की बलि देने पर संतान का योग बन सकता है। इसलिए आरती मिश्रा की हत्या की और तांत्रिक क्रियाओं के लिए उसका शव तांत्रिक गिरवर यादव के पास ले जा रहे थे। तभी रास्ते में शव गिर गया और सारा खेल बिगड़ गया।
पुलिस ने बताया कि आरती मिश्रा की हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी। हत्यारों को पता था कि आरती मिश्रा लावारिस है। उसके लापता हो जाने पर कोई चिंता नहीं करेगा। यहां तक कि कोई गुमशुदगी भी दर्ज नहीं कराएगा। तलाकशुदा महिला के लापता हो जाने को पुलिस प्रेमी के साथ भाग जाना मानकर तलाश नहीं करेगी। आरती मिश्रा की हत्या आसानी से की जा सके इसलिए उसे ₹10000 में हायर किया गया था, और आरती मिश्रा खुद हत्यारों के पास आ गई थी।