ग्वालियर। ग्वालियर चंबल संभाग में ज्योतिरादित्य सिंधिया का विरोध करने वाले भाजपा नेताओं की लिस्ट बड़ी लंबी है लेकिन प्रभात झा एक ऐसा नाम है जिसने ज्योतिरादित्य सिंधिया का सिर्फ राजनीतिक विरोध नहीं किया बल्कि खुली दुश्मनी का ऐलान किया। अब ज्योतिराज सिंधिया भाजपा के प्रतिष्ठित नेता है। नतीजा प्रभात झा को फोर्स लीव पर भेज दिया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने आज उनसे मुलाकात की।
पेशे से पत्रकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि होने के कारण भारतीय जनता पार्टी में प्रभात झा बिना चुनाव लड़े पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य बन गए थे। फिर उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ले लिया गया था परंतु ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने के बाद ना केवल उनकी राज्यसभा की सीट छीन ली गई है बल्कि भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से भी बाहर कर दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा आज उनसे मिलने उनके घर पहुंचे तो एक बार फिर सुर्खियों में आ गए।
प्रभात झा- दो झटको में सब सिमट गया
प्रभात जाए जब भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हुआ करते थे तब उन्हें मध्य प्रदेश का सबसे ताकतवर भाजपा नेता माना जाता था। शिवराज सिंह चौहान के बाद प्रभात झा को मुख्यमंत्री पद का सबसे प्रबल दावेदार बताया जाता था। फिर एक दिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना था। प्रभात झा पूरे आत्मविश्वास के साथ नया कुर्ता पहन कर गए लेकिन अचानक प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर नंदकुमार सिंह चौहान को बिठा दिया गया। बड़ी मुश्किल से प्रभात झा इस झटके को सहन कर पाए थे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की भाजपा में आमद हो गई। इन दोनों घटनाओं ने प्रभात झा का पूरा अस्तित्व ही खत्म कर दिया। प्रमुख ग्वालियर समाचारों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें