जबलपुर। लोकायुक्त पुलिस ने एक छापामार कार्रवाई के दौरान नगर पालिका सिहोरा के क्लर्क संतोष दहायत को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त का कहना है कि टीम ने उसे एक ठेकेदार से ₹20000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
जबलपुर में नगर पालिका सिहोरा का क्लर्क संतोष दहायत गिरफ्तार
लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवडे ने बताया कि ठेकेदार देवेंद्र कुमार साहू ने शिकायत की थी कि उनका बिल पास करने के बदले रिश्वत मांगी जा रही है। नहीं देने पर पिछले डेढ़ साल से पेमेंट नहीं किया गया है। शिकायत की जांच के दौरान पाया गया कि ₹70000 की सप्लाई के बदले में ₹25000 रिश्वत की मांग की गई थी। ठेकेदार ने बताया कि वह नगर पालिका के क्लर्क को ₹5000 रिश्वत दे चुका है। फिर भी उसका बिल पास नहीं किया जा रहा। लोकायुक्त की टीम ने प्लानिंग के साथ ₹20000 रिश्वत देने के लिए ठेकेदार को भेजा और जैसे ही लेन-देन पूरा हुआ, लोकायुक्त की टीम ने क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचार के आरोपी बाबू की पेंट उतरवाई
प्लानिंग के अनुसार दोपहर करीब 1:30 बजे के लगभग ठेकेदार देवेंद्र साहू नगर पालिका सिहोरा कार्यालय पहुंचा। कार्यालय की पहली मंजिल में बैठे क्लर्क संतोष दहायत को 2000 के 10 नोट (20000 रुपये) रिश्वत के दिए। क्लर्क संतोष दहिया जैसे ही सीढ़ियों से नीचे उत्तरा वैसे ही लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवडे, निरीक्षक कमल सिंह उईके, कांस्टेबल अतुल श्रीवास्तव सोनू चौकसे, विजय और जीत सिंह क्लर्क को दबोच लिया। क्लर्क के जेब में रखें ₹20000 के नोटों के सीरियल नंबर का मिलान किया। रिश्वत में दिए गए केमिकल वाले नोट पेंट में रखे थे इसलिए लोकायुक्त की टीम ने आरोपी क्लर्क की पेंट उतरवाकर उसे जप्त कर लिया। आरोपित क्लर्क के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।