भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ मप्र के तत्वाधान में प्रदेश के कई जिलों से आए अतिथि शिक्षक धरने पर बैठ गए हैं। नीलम पार्क में लगभग 500 अतिथि शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया एवं अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। दिन भर के प्रदर्शन के बाद शाम को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
अतिथि शिक्षक भोपाल में दिनभर नारेबाजी करते रहे, शाम होते ही पुलिस आ गई
अतिथि शिक्षकों ने मंगलवार को राजधानी भोपाल में प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसके चलते उन्होंने विधिवत प्रशासन से अनुमति मांगी थी परंतु उन्हें प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई थी। ऐसी स्थिति में अतिथि शिक्षकों ने सीएम हाउस तक सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पैदल रैली निकालने और प्रदर्शन करने का फैसला किया। आज नीलम पार्क में उन्हें सुबह से शाम तक प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई। शाम को पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया एवं जिन्होंने विरोध किया उन्हें हिरासत में लेकर देर शाम मुक्त कर दिया गया।
पूछने आए थे हमारी क्या गलती है, हमें नौकरी से क्यों निकाला
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वर्तमान शिक्षा सत्र में उन्हें नियुक्ति की गई थी परंतु नियमित शिक्षकों की भर्ती होने के कारण बिना किसी गलती के होने त्यौहार से पहले बीच शिक्षा सत्र में नौकरी से निकाल दिया। जबकि शिक्षा विभाग में किसी भी शिक्षक को जब तक गंभीर स्थिति ना हो, बीच सत्र में सेवा से बर्खास्त नहीं किया जाता। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मध्य प्रदेश में अभी भी हजारों शिक्षकों के पद रिक्त हैं। अतिथि शिक्षकों का रिक्त पदों पर समायोजन किया जाना चाहिए।