भोपाल। मध्य प्रदेश में सन 2018 से शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। उम्मीदवारों द्वारा आवेदन किए जाने के अलावा मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती में एक भी काम समय पर नहीं हुआ। अलाइड सब्जेक्ट का मुद्दा शुरुआत से ही खड़ा हो गया था और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन से पहले ही इसका निराकरण हो जाना चाहिए था परंतु अब तक नहीं हुआ।
अच्छी पढ़ाई करने वाले उम्मीदवार जिन्होंने 1 साल में एक साथ 2 डिग्री हासिल कर ली है, उन्हें अपनी विशेषता के कारण परेशानी उठानी पड़ेगी। उनके बारे में शासन स्तर पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि स्पष्ट निर्देश नहीं होने के कारण कई जिलों में ऐसे प्रतिभावन उम्मीदवारों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान रिजेक्ट कर दिया गया था। जबकि कुछ जिलों में इन उम्मीदवारों को होल्ड किया गया है।
कितनी अजीब बात है कि प्रतिभावान होने के बावजूद उम्मीदवारों को अपनी नियुक्ति के लिए प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन से लेकर अब तक 2 बड़े प्रदर्शन हो चुके हैं।
अलाइड सब्जेक्ट वालों में माइक्रोबायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी ,बायोकेमेस्ट्री से एमएससी करने वाले अभ्यर्थी शामिल हैं। डिपार्टमेंट का कोई अधिकारी प्रॉब्लम सॉल्व नहीं कर पाया इसलिए इनका मामला अभी अदालत में विचाराधीन है। अब डिपार्टमेंट के हेड ऑफिसर कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
डबल डिग्री के मामले में विभाग ने अभी तक कुछ तय नहीं किया है। संचालक लोक शिक्षण केके द्विवेदी का कहना है कि मामला अदालत में विचाराधीन है, अदालत के आदेश के बाद ही कुछ भी किया जाएगा।