भोपाल। चुनाव ड्यूटी के नाम पर कर्मचारियों को प्रताड़ित किए जाने का खेल उपचुनाव में भी जारी है। बुरहानपुर जिला के नेपानगर में एक ऐसी महिला कर्मचारी की चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई जिसके पैर में फ्रैक्चर है और वह चल नहीं पाती। जब मीडिया कर्मियों ने फोटो वीडियोग्राफी शुरू की तो महिला कर्मचारी को रिजर्व में रख दिया गया।
महिला कर्मचारी का नाम पुष्पा सिंह जादौन बताया गया है। वह शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर पदस्थ है। 8 महीने पहले उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया था। अभी तक ठीक नहीं हुआ है। इसी दौरान शिक्षा विभाग के शरारती तत्वों ने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दिए बिना पुष्पा सिंह जादौन की ड्यूटी चुनाव में लगवा दी। चुनाव के दौरान बार-बार दोहराया जाता है कि चुनाव ड्यूटी से इनकार करने वाले कर्मचारियों को सस्पेंड किया जाएगा।
पैर में फ्रैक्चर के कारण पीड़ित महिला कर्मचारी ने नौकरी बचाने के लिए चुनाव ड्यूटी पर आमद दे दी। पॉलिटेक्निक कॉलेज में जब पुष्पा सिंह जादौन पहुंची तो मीडिया के कैमरे अपने आप उनकी तरफ मुड़ गए। आनन-फानन में पुष्पा सिंह जादौन को रिजर्व मतदान कर्मी के रूप में रखा गया, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि वह कौन है जिसने शारीरिक रूप से अक्षम महिला कर्मचारी को चुनाव ड्यूटी पर लगाया, उसे भी तो सस्पेंड किया जाना चाहिए।