भोपाल। डॉक्टरों और पुलिस प्रशासन का इसी तरह का रवैया लोगों में मेडिकल साइंस के प्रति विश्वास कम करता है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की करैरा तहसील में एक युवक के शरीर के अंग एक-एक करके डेड होते जा रहे हैं। झांसी उत्तर प्रदेश के डॉक्टर ने कई जांच कराई परंतु सब नॉर्मल आई है। परिजनों का कहना है कि युवक की मियादी बलि दी गई है।
कटे हुए पेड़ की तरह सूख रहा युवक, डॉक्टरों के लिए चुनौती
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिला मुख्यालय स्थित जिला चिकित्सालय में सुनरेला गांव के रहने वाले अखिलेश लोधी उम्र 20 साल पुत्र कुजलाल लोधी को भर्ती किया गया है। यहां से पहले अखिलेश का इलाज झांसी मेडिकल में हुआ था। अब तक अखिलेश की जितनी भी जांच कराई गई सबकी रिपोर्ट नॉर्मल आई है। उसके शरीर में कोई चोट के निशान नहीं है लेकिन पिछले 8 दिनों से उसका शरीर लगातार काम करना बंद कर रहा है। एक-एक अंग डेड होता जा रहा है। डॉक्टरों के पास मैं तो इस बीमारी का कोई नाम है और ना ही इलाज।
परिजनों का आरोप: लड़के की मियादी बलि दी गई है
परिजनों का कहना है कि जब झांसी में डॉक्टर ने कहा कि इसे कोई बीमारी नहीं है, और अखिलेश की हालत लगातार बिगड़ती गई तब हमने एक ज्ञानी व्यक्ति को दिखाया। उसने बताया कि अखिलेश की मियादी बलि दी गई है। यह इसी प्रकार धीरे-धीरे मृत्यु की तरफ बढ़ता चला जाएगा। परिवार वालों ने बताया कि 8 दिन पहले उनके कुछ मिलने वाले आए थे जो अखिलेश को अपने साथ ले गए थे। वहां से लौट कर आने के बाद अखिलेश का शरीर निष्क्रिय होना शुरू हो गया है।
परिवार के लोगों का कहना है कि प्राचीन खजाने की तलाश करने वाले लोग मौजूद शक्तियों को प्रसन्न करने के लिए इस तरह की क्रियाएं करते हैं। इधर शिवपुरी जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों का कहना है कि यह न्यूरो का केस है। हो सकता है कि गिरने की वजह से मरीज की स्पाइनल कॉर्ड में चोट की वजह से कोई नस दब गई हो। अब देखना यह है कि शिवपुरी जिला चिकित्सालय में क्या रिपोर्ट आती है।