शक्ति रावत। जीवन में सफलता को लेकर एक बड़ा सवाल यह है कि क्या इंसान को किसी खास घटना का इंतजार करना चाहिये, जैसे कि ज्यादातर लोग करते हैं, या फिर खुद पहल करनी चाहिये। जानकारों की मानें तो पहल सबसे अच्छा विकल्प है, क्योंकि कई बार सफलता के लिए घटनाओं को घटित करवाना भी जरूरी होता है। सक्सेस और हैबिट मैनेजेंट के जानकार यह मानते हैं, कि किसी भी काम में पहल करने वाले लोग जीवन में ज्यादा सफल होते हैं, यहां पहल का मतलब अतिउत्साह नहीं है, वल्कि सधी हुई रणनीति के साथ अपने जीवन लक्ष्य की ओर आगे बढऩा है। कैसे यहां जानिये।
1- नौकरी या व्यापार के मामले में
जैसा कि मैने पहले ही कहा कि जीवन में कई लोग अपना काम शुरू करने के लिए किसी खास घटना का इंतजार करते हैं, लेकिन पहल करने वाले इंतजार नहीं करते। उदाहरण के तौर पर अगर आपको किसी क्षेत्र में अच्छी नौकरी चाहिये तो पहल करने वाला बिना समय गंवाये जरूरी तैयारी शुरू कर देता है, वह उसके लिए प्रयास करना शुरू कर देता है, ज्यादा से ज्यादा जानकारी उस क्षेत्र या कंपनी की जुटाता है, जहां उसे जॉब करनी है। यही फार्मूला विजनेस के मामले में पहल करने वाले अपनाते हैं।
2- ढूंढते हैं समाधान
जीवन में बड़ा सवाल है, कि आप समस्या लेकर चल रहे हैं, या समाधान। हर किसी को समाधान वाले इंसान की जरूरत होती है। पहल करने वाले ज्यादा जानकारी के वलबूते कई सवालों के जबाब तलाश लेते हैं, एक तरह से वे समधान बेचने वाले बन जाते हैं, दूसरे लोग जहां किसी की मदद का इंतजार करते हैं, वहीं पहल करने वाले खुद रास्ता तलाशते हैं, और जल्दी मंजिल पर पहुंचते हैं।
3- मदद से निकालते हैं, रास्ता
पहल की यह आदत कॅरियर और जीवन में हर मोड़ पर काम आती है, मसलन अपने वर्क प्लेस या स्कूल-कॉलेज में अपने किसी साथी की मदद के लिए हाथ बढ़ाना और आगे आना या उनके छोटे-मोटे काम कर देना। एेसा करने से पहल करने वालों के पास एक मजबूत नेटवर्क तैयार हो जाता है जो जीवन में आगे बढऩे में उनकी मदद करता है।
4- जानकारी का मिलता है फायदा
एक मशहूर कोट आपने भी सुना होगा, इंतजार करने वालों को केवल उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं, दरअसल पहल करने वाले कोशिश करने वाले होते हैं, वे लगातार खुद को नई जानकारियों से अपडेट करते हैं। पहल करने की उनकी आदत की वजह से उन्हें किसी भी मामले में अच्छी जानकारी होने का फायदा मिलता है, निजी और सार्वजनिक दोनों जीवन में यह आदत काम आती है, पहल करने वाले इंसान की सबके बीच अलग इमेज बन जाती है। - लेखक मोटीवेशनल एंव लाइफ मैनेजमेंट स्पीकर हैं।