लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि रात के समय बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने बिजली की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एकमुश्त समाधान योजना लागू करने के निर्देश दिए। उत्तर प्रदेश में शाम 7:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक निरंतर बिजली आपूर्ति की जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इलेक्ट्रिसिटी के प्रोडक्शन और सप्लाई के संबंध में समीक्षा बैठक का आयोजन किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के डिस्टिक मजिस्ट्रेट एवं पूर्वांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगमों तथा केस्को के वरिष्ठ अधिकारी मीटिंग में उपस्थित थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया कि नवरात्रि पर्व के दौरान पूरे प्रदेश में धार्मिक कार्यक्रमों एवं रामलीला का आयोजन हो रहा है। ऐसी स्थिति में बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने यूपीपीसीएल चेयरमैन एम देवराज को प्रदेश में विद्युत संयंत्रों की कोयला आपूर्ति की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए। कहा त्रुटिपूर्ण विद्युत बिलों के कारण उपभोक्ता को परेशानी नहीं होनी चाहिए। एग्रीमेंट के अनुसार कार्य न करने वाली विद्युत बिलिंग एजेंसियों की सिक्योरिटी जब्त की जाए। उन पर एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही ब्लैक लिस्ट भी किया जाए।
योगी ने शीघ्र ही एकमुश्त समाधान योजना (OTS) लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खराब ट्रांसफामरों को ग्रामीण इलाकों में 48 तथा शहरी क्षेत्रों में 24 घंटों में आवश्यक रूप से बदला जाए। बदले गए ट्रांसफार्मर की गुणवत्ता भी परखी जानी चाहिए तथा क्षमता वृद्धि के संबन्ध में लागू व्यवस्था को क्रियान्वित किया जाए।
योगी ने कहा कि किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी के संबंध में तत्काल कार्यवाही की जाए। जिन किसानों ने कनेक्शन के लिए भुगतान कर दिया है, उन्हें तत्काल कनेक्शन दिया जाए। सौभाग्य योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों के विद्युत बिलों में गड़बड़ी के मामलों का तत्काल समाधान कराया जाए।
कहा कि, लाइन लॉस कम करें। सभी निगमों के प्रबंध निदेशक फीडर स्तर पर जवाबदेही तय कर कार्य करें। यूपीपीसीएल के चेयरमैन स्तर पर प्रतिदिन इनकी समीक्षा विद्युत वितरण निगमवार होनी चाहिए। हर दूसरे दिन अपर मुख्य सचिव ऊर्जा द्वारा प्रगति की समीक्षा की जाए तथा रिपोर्ट ऊर्जा मंत्री को उपलब्ध करायी जाए। ऊर्जा मंत्री द्वारा प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा की जाए।