भोपाल। प्राइवेट स्कूल संचालकों के हित में लगातार काम कर रहे स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि प्री नर्सरी से लेकर कक्षा 12 तक सभी स्कूल 100% क्षमता के साथ खोले जाएंगे। स्वाभाविक है ऑनलाइन क्लास बंद हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव फाइनल अप्रूवल के लिए मुख्य सचिव के पास भेज दिया है।
ऑफलाइन स्कूल संचालन के लिए लगातार कोशिश कर रहे एसोसिएशन ऑफ एंड एडिट प्राइवेट स्कूल्स के उपाध्यक्ष विनीराज मोदी एवं सचिव बाबू थॉमस का तर्क है कि प्री नर्सरी, नर्सरी, केजी वन और केजी टू जैसी छोटी कक्षाओं के बच्चों को स्कूल में सिर्फ 2 घंटे ही बुलाया जाए लेकिन राज्य सरकार से हमारी मांग है कि प्राइमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों में असेंबली खेलकूद सहित अन्य गतिविधियों को लेकर सोमवार से पहले स्थिति स्पष्ट की जाए।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि जब 100 फ़ीसदी स्टूडेंट्स स्कूलों में पहुंचेंगे तो व्यवहारिक तौर पर ऑनलाइन क्लासेस नहीं ली जा सकेगी। इसकी वजह यह है कि जो टीचर ऑफलाइन क्लासेस लेंगे उन्हें ही ऑनलाइन क्लासेज भी लेनी होती हैं। विभाग ने 100 फ़ीसदी स्कूल खोलने के मामले में एक प्रस्ताव मुख्य सचिव को भेजा है। इस प्रस्ताव में स्कूलों को स्वतंत्रता दी गई है कि वह चाहे तो ऑनलाइन क्लास संचालित कर सकते हैं परंतु पेरेंट्स को छूट नहीं दी गई है कि वह चाहे तो ऑनलाइन क्लास की मांग कर सकते हैं।
शहर के एक प्रतिष्ठित प्री प्राइमरी स्कूल की डायरेक्टर नीति भूषण का कहना है कि प्री नर्सरी, नर्सरी, केजी वन, के जी टू स्टूडेंट के कई पैरंट्स ने ऑफलाइन क्लासेज के लिए अपनी सहमति दी है लेकिन समान संख्या में ऐसे पेरेंट्स भी हैं जो अभी छोटे बच्चों को स्कूल भेजना नहीं चाहते।
उल्लेखनीय है कि पिछले 18 महीनों से प्री नर्सरी से लेकर प्राइमरी तक की सभी कक्षाएं 100% बंद है। स्कूल संचालकों का कहना है कि विंटर सीजन के कारण छोटे बच्चों की क्लास सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक की लगाई जाएगी। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.