क्या आप जानते हैं पृथ्वी पर लगभग 50 किलोमीटर लंबी-चौड़ी एक ऐसी नीली आंख है जो अंतरिक्ष से साफ-साफ दिखाई देती है। ऐसा लगता है मानो पृथ्वी आसमान की ओर देख रही हो। हालांकि इस आंख से कुछ दिखाई नहीं देता परंतु इसके अंदर हजारों रहस्य भरे हुए हैं।
सहारा की नीली आंख के रहस्य
रहस्यों से भरी यह आंख सहारा के रेगिस्तान में मिलती है। ऐसा लगता है जैसे कोई विशाल जीव रेगिस्तान में लेटा था। उसके सारे शरीर पर रेत का टीला बन गया लेकिन एक आंख बाहर रह गई है। वैज्ञानिक इसे रिचट स्ट्रक्चर (Richat Structure) कहते हैं। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि किसी दूसरे ग्रह से आए एलियन द्वारा यह स्ट्रक्चर बनाया गया है। हालांकि सहारा के रेगिस्तान की तरह इस आंख के रहस्य का अभी तक पूरी तरह से खुलासा नहीं हुआ है। कितनी अजीब बात है कि 6000 सालों में जमीन के जिस हिस्से में पूरी सभ्यता रेत के नीचे समा गई वहां आंख के जैसा दिखाई देने वाला यह स्ट्रक्चर आज भी स्पष्ट दिखाई देता है। जबकि रेगिस्तान में रेत के तूफान आए दिन आते रहते हैं।
सहारा के रेगिस्तान में 6000 साल पहले कई शहर और बाग बगीचे थे
92 लाख स्क्वायर किलोमीटर में फैले सहारा के रेगिस्तान के बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि करीब 6000 साल पहले यहां जीवन हुआ करता था। कई शहर और बाग बगीचे थे। शायद मानव जाति ने अत्यधिक विकास किया और वृक्षों की निरंतर कटाई के कारण 92 लाख वर्ग किलोमीटर का यह इलाका रेगिस्तान में तब्दील हो गया। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि 14000 साल बाद इस स्थान पर फिर से हरियाली होगी। क्योंकि हर 20000 साल में रेगिस्तान खत्म हो जाते हैं।
सहारा का रेगिस्तान कितना बड़ा है
सहारा का रेगिस्तान कितना बड़ा है इसका अनुमान सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें भारत जैसे दो देश समा सकते हैं। फिलहाल यह स्थान मनुष्यों के रहने लायक नहीं है क्योंकि दिन में यहां त्वचा को जला देने वाली और शरीर से पानी को सुखा देने वाली भीषण गर्मी पड़ती है और रात में इतनी ठंड होती है कि धमनियों में खून जम जाएगा। (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi, general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com