भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए सभी प्रतिबंध हटा दिए और ठीक इसी दिन राजधानी भोपाल में डॉक्टर एवं उनकी पत्नी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए। 4 दिनों में 150 गर्भवती महिलाएं डॉक्टर के संपर्क में आई थी। सभी खतरे में है। टेस्ट कराने के लिए कहा गया है।
भोपाल की 150 गर्भवती महिलाएं कोरोना संदिग्ध
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले 5 दिनों में 16 नागरिक पॉजिटिव मिले हैं। यह संख्या मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा है। बुधवार को आई रिपोर्ट में जेपी अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर एवं उनकी पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 11 नवंबर से 13 नवंबर के बीच सोनोग्राफी कराने आई 150 से ज्यादा गर्भवती महिलाएं डॉक्टर के संपर्क में आई थी। अस्पताल प्रबंधन उन्हें फोन करके RTPCR कराने के लिए कह रहा है।
तबीयत खराब होने के बावजूद लोगों से मिलते रहे
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि तबीयत खराब होने के बावजूद डॉक्टर 13 नवंबर तक अस्पताल आए थे। जब दवाइयों का कोई असर नहीं हुआ तब उन्होंने RTPCR के लिए सैंपल दिया। 15 नवंबर की रिपोर्ट में उन्हें कोविड-19 पॉजिटिव बताया गया। उनकी पत्नी का टेस्ट किया गया। वह भी संक्रमित निकली। दोनों को एम्स में भर्ती किया गया है। दंपति को वैक्सीन के दोनों डोज फरवरी में ही लग चुके हैं। डॉक्टर की तबीयत ठीक है, लेकिन उनकी पत्नी की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि सोनोग्राफी करने वाली जगह को सील कर दिया गया है। अभी सोनोग्राफी करने के लिए अलग व्यवस्था की गई है। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया BHOPAL NEWS पर क्लिक करें.