भोपाल। मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नर्सरी से लेकर कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों में सामान्य स्थिति की तरह नियमित कक्षाएं लगाने की निर्देश जारी कर दिए गए हैं लेकिन पेरेंट्स अपने बच्चों की जान जोखिम में डालने के लिए तैयार नहीं है। इस मामले में पेरेंट्स को भोपाल कलेक्टर का साथ मिला है। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने बात करने का आश्वासन दिया है।
पेरेंट्स का स्पष्ट कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन में स्थिति स्पष्ट नहीं है। केवल स्कूलों को मनचाहे निर्णय लेने का अधिकार दे दिया गया है। बच्चों की जान बचाने के लिए कोई निर्देश जारी नहीं किए गए। पेरेंट्स का सिर्फ एक सवाल है कि जब कोरोनावायरस खत्म नहीं हुआ है और बच्चों को वैक्सीन भी नहीं लगा है तो फिर उनकी लाइफ को रिस्क में क्यों डाला जा रहा है।
पहले कार्मेल कान्वेंट और अब सागर पब्लिक स्कूल के बाहर पेरेंट्स ने प्रदर्शन किया है। पेरेंट्स में भोपाल कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया से मुलाकात की। कलेक्टर ने माना कि डिपार्टमेंट के निर्देश स्पष्ट नहीं है। वह डिपार्टमेंट से बात करेंगे और स्पष्ट निर्देश जारी करने के लिए कहेंगे।
शासन के निर्देश में क्या गड़बड़ी है
शासन ने पेरेंट्स की अनुमति को जरूरी रखा है, लेकिन क्लास लगाने के सभी स्कूलों को निर्देश दे दिए।
शासन ने ऑनलाइन क्लास को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं दिए हैं।
स्कूल नहीं आने वाले बच्चों को कोई विकल्प नहीं है।
स्कूलों द्वारा ऑफलाइन क्लास अनिवार्य कर दी गई है।
बच्चों के संक्रमित होने पर किसी की जिम्मेदारी तय नहीं है। स्कूल ने पेरेंट्स को यह मैसेज भेजे। इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लास अटेंड करना अनिवार्य किया है।