भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सरकारी हमीदिया अस्पताल में चिल्ड्रन वार्ड में अग्निकांड के बाद दैनिक भास्कर के अनुसार 12 और भोपाल कलेक्टर के अनुसार 5 बच्चों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इमरजेंसी मीटिंग कॉल की। इसके बाद सिर्फ एक सब इंजीनियर को सस्पेंड किया गया। किसी भी डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।
सरकारी हमीदिया हॉस्पिटल अग्निकांड के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा काफी संवेदनशील बयान दिए गए थे। उन्होंने बताया था कि वह तत्काल घटनास्थल पर जाना चाहते थे परंतु प्रोटोकॉल के नाम पर उन्हें रोक दिया गया। मुख्यमंत्री के बयानों के अनुसार वह इस मामले में कड़ी कार्रवाई करना चाहते थे ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने मुख्यमंत्री की इमरजेंसी मीटिंग के बाद अपडेट देते हुए बताया कि गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ जितेंद्र शुक्ला, हमीदिया हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉक्टर लोकेंद्र दवे और कमला नेहरू हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर केके दुबे को उनके पद से हटा दिया गया है। CPA इलेक्ट्रिकल विंग के सब इंजीनियर अवधेश भदौरिया को सस्पेंड कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि किसी भी अधिकारी को पद से हटाना, ना तो किसी भी प्रकार का दंड होता है और ना ही शासन की इस कार्यवाही से किसी भी प्रकार की डिपार्टमेंटल इंक्वायरी शुरू होती है।
उपरोक्त सूचना के अनुसार सिर्फ इतना कहा जा सकता है कि सब इंजीनियर अवधेश भदौरिया के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। तीनो डॉक्टरों के खिलाफ कोई जांच होगी या नहीं ACS हेल्थ के अगले कदम से पता चलेगा। क्योंकि मुख्यमंत्री ने उन्हें घटना की जांच करने के निर्देश दिए हैं। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया BHOPAL NEWS पर क्लिक करें.