भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में माफिया द्वारा सरकारी जमीन पर केवल गुमठी ही नहीं बेची जा रही बल्कि उसके साथ जमीन को भी अपना बता कर बेचा जा रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब भोपाल के करोंद क्षेत्र में करवाएंगे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से रखी हुई गुमठी को हटाने की कार्रवाई की गई। गुमठी का मालिक नगर निगम के अधिकारियों से लड़ने लगा। उसने बताया कि उसे गुमठी के साथ गुमठी रखने की जमीन भी बेची गई है।
नगर निगम के अतिक्रमण अधिकारी नासिर खान ने बताया कि उन्होंने सोमवार सुबह अमले के साथ करोंद चौराहे से नबीबाग तक सड़क के दोनों तरफ से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। नबीबाग इलाके में सड़क किनारे फुटपाथ से गुमठियां हटाने के दौरान एक व्यक्ति जो अपना नाम हरगोविंद बता रहा था, गुमठी हटाने का विरोध करने लगा। उसका कहना था कि जहां गुमठी रखी है वह जमीन उसकी है। उसने गंगा नाम की महिला से गुमठी जमीन 16 हजार 500 रुपए में खरीदी है। अमले ने समझाइश दी गई कि जमीन सरकारी है, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं था। उस महिला को बुलाया गया, जिससे उसने गुमठी खरीदी थी। महिला ने बताया कि उसने उसे गुमठी बेची है, जमीन नहीं है। जमीन उसकी नहीं सरकारी है।
अतिक्रमण अधिकारी खान का कहना है कि नबीबाग में कार्रवाई के दौरान फुटपाथ पर लगी ज्यादातर दुकानों में बिजली के अवैध कनेक्शन थे। इन लोगों ने खंभों से तार डालकर बिजली ली हुई थी। सड़क किनारे रजाई-गद्दे की दुकान में रूई धुनकने की मशीन चल रही थी। नगर निगम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करता है। बिजली कंपनी को भी चोरी से बिजली जलाने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए।