नई दिल्ली। Central Board of Secondary Education (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने TERM-1 परीक्षा से संबंधित OMR SHEET और गाइडलाइन जारी कर दी है। बोर्ड ने सलाह दी है कि स्टूडेंट्स और टीचर्स प्रैक्टिस सेशन आयोजित करें ताकि OMR sheet को ठीक प्रकार से समझा जा सके और किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो।
सनद रहे कि सीबीएससी पहली बार कक्षा 10 एवं कक्षा 12 की परीक्षाओं में OMR sheet का उपयोग कर रहा है। बोर्ड चाहता है कि एग्जाम में पार्टिसिपेट करने वाले स्टूडेंट्स और टीचर्स OMR sheet को लेकर कंफर्टेबल हो जाएं ताकि परीक्षा के समय किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो और बोर्ड को किसी भी तरह के विरोध का सामना ना करना पड़े।
CBSE guidelines for OMR sheet
विद्यार्थियों को बताया जाए कि उनकी डिटेल्स ओएमआर शीट में कहां भरी जाएगी।
क्वेश्चन पेपर कोड ओएमआर शीट के दाएं तरफ ऊपर कॉर्नर लिखा जाएगा।
क्वेश्चन पेपर का कोड, क्वेश्चन पेपर में लिखा होगा।
परीक्षार्थी को ओएमआर शीट पर अपने हाथ से लिखना होगा
“मैं पुष्टि करता हूं कि ऊपर दिए गए सभी विवरण सही हैं” हस्ताक्षर करने होंगे।
ओएमआर शीट पर केवल ब्लू और ब्लैक बॉल पॉइंट पेन का उपयोग किया जा सकता है।
ओएमआर शीट पर पेंसिल चलाना अपराध माना जाएगा और इसके लिए दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ओएमआर शीट में 60 प्रश्नों के उत्तर देने की जगह है।
उत्तर देने के लिए काले या नीले बॉल पेन से सर्कल करना होगा और यह सीरियल में होना चाहिए।
एक से ज्यादा उत्तरों का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा। यानी अगर किसी सवाल में 45 प्रश्न हैं और छात्र प्रश्न संख्या 46 को ओएमआर में बदलकर इस प्रश्न को 45 लिख कर उत्तर दे रहा है तो उसका मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।
उत्तर देने के लिए, प्रत्येक प्रश्न के सामने एक लाइन में 4 गोले (ए), (बी), (सी), और (डी) दिए गए हैं। इनमें से एक सर्कल को पेन से काला करना होगा।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि सबसे पहले वे सर्कल को काला करके अपना उत्तर दें। अगर पूरी तरह संतुष्ट हैं तो उन्हें एक बॉक्स में जवाब लिखना होगा।
बॉक्स देने का मकसद सिर्फ इतना है कि अगर कोई उम्मीदवार अपना जवाब बदलना चाहता है तो उसे बॉक्स में लिख सके।
अगर कोई छात्र गोले को काला करने से संतुष्ट हो जाता है तो भी यह उत्तर बॉक्स में लिखना होता है। छात्रों को एक सर्कल और एक बॉक्स दोनों में जवाब देना होगा।
बॉक्स में लिखे गए उत्तर को आखिरी माना जाएगा।
अगर बॉक्स खाली है और उत्तर को सर्कल किया है, तो यह माना जाएगा कि छात्र ने क्वेश्चन अटेंप्ट नहीं किया है।
अगर आंसर एक बॉक्स में दिया गया है और सर्कल को खाली छोड़ दिया गया है, तो यह माना जाएगा कि स्टूडेंट ने क्वेश्चन अटेंप्ट किया है।
सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं दो टर्म में होंगी
बोर्ड पहली बार कोविड -19 महामारी के कारण दो चरणों में परीक्षा आयोजित कर रहा है. सीबीएसई टर्म -1 एग्जाम ऑब्जेक्टिव टाइप यानी प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) होंगे, जबकि टर्म -2 को विषयगत रूप से किया जाएगा. दोनों टर्म को 50-50 प्रतिशत सिलेबस के आधार पर बांटा गया है और प्रत्येक टर्म में 50% सिलेबस कर दिया जाएगा। भारत की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया Hindi Samachar पर क्लिक करें.