इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में 10 दिन तक चली कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई। कर्मचारी काम पर लौट आए। कर्मचारियों की जीत हुई और मैनेजमेंट को सैलरी इंक्रीमेंट के आदेश जारी करने पड़े। इससे पहले मैनेजमेंट ने आश्वासन देकर हड़ताल खत्म करने की कोशिश की थी फिर कार्रवाई की धमकी भी दी थी।
कर्मचारियों की हड़ताल तोड़ने की हर कोशिश नाकाम
वेतन नहीं बढ़ने से नाराज कर्मचारी 15 नवंबर से हड़ताल पर उतर गए थे। हड़ताल को कमजोर करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो पदाधिकारियों का तबादला कर दिया था। यहां तक हड़ताल अवधि में कर्मचारियों का वेतन काटने का आदेश जारी किया, लेकिन कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहे। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट और कर्मचारियों के बीच समन्वय के लिए कार्यपरिषद सदस्यों ने भूमिका निभाई। विश्वविद्यालय जहां कर्मचारियों के तबादले और वेतन कटौती का आदेश वापस लेने के तैयार हुआ। वहीं कर्मचारी अपने वेतनवृद्धि का आदेश देने को राजी हुए। साथ ही आदेश की प्रति अपनी सर्विस बुक में चस्पा करने पर सहमति दी। मगर वेतनवृद्धि का आदेश नहीं निकाला।
आश्वासन के बाद आदेश जारी नहीं हुआ तो कर्मचारी और भड़क गए
कर्मचारी फिर भड़क गए और उन्होंने आदेश निकलने तक हड़ताल जारी रखने की बात कही। हड़ताल की वजह से विभागों में काम अटक गए। फिर विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को आदेश निकाला। कुलाधिसचिव डा. अशोक शर्माजी ने गुरुवार देर शाम को आदेश की प्रति कर्मचारियों को सौंपी। बाद में संगठन ने हड़ताल को स्थगित कर दिया। संगठन के अध्यक्ष दीपक सौलंकी ने कहा कि आदेश मिल गया है। कर्मचारी अपने-अपने विभागों में काम पर लौट रहे हैं। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया INDORE NEWS पर क्लिक करें.