हम सभी जानते हैं कि गाड़ी के टायरों में हवा इसलिए भरी जाती है ताकि वाहन तेज गति से चल सके। यदि हम टायरों को ठोस कर देंगे तो इंजन पर लोड बढ़ जाएगा और वाहन की स्पीड कम हो जाएगी। अपने सामने सवाल यह है कि यदि टायर में हवा की जगह पानी भर दिया जाए तो क्या होगा। क्या दुनिया में कहीं ऐसा होता है कि टायरों में हवा की जगह पानी भरा जाता है। आइए पता लगाते हैं:-
कई भारी वाहनों के टायरों में हवा की जगह पानी भरा जाता है लेकिन यह हमेशा परिस्थिति जन्य होता है। टायरों में लगभग 80% तक पानी भरा जा सकता है। इस तकनीक को बैलैस्टिंग ऑफ़ टायर्स (Ballasting of Tyres) कहते हैं। ऐसा तब किया जाता है जब (Traction) हेतु भार बढ़ाने की जरूरत हो और गुरुत्वाकर्षण का चुंबकीय आकर्षण मजबूत करना हो।
खेती के उपयोग में आने वाली एग्रीकल्चर मशीनों के गुरुत्व केंद्र को जमीन के नजदीक बनाए रखने के लिए टायरों में हवा के साथ पानी भरा जाता है। यह पानी ट्यूबलेस टायर और ट्यूब वाले टायर दोनों में भरा जाता है। यदि आप ध्यान से देखेंगे तो एग्रीकल्चर में उपयोग होने वाले वाहनों के टायर एयर और वाटर टाइप होते हैं। यदि बर्फीले इलाकों में खेती करनी होती है तो पानी में एंटीफ्रीज भी मिलाया जाता है, जिससे पानी बर्फ नहीं बनता। ज्यादातर पानी से भरे हुए खेतों में इस तरह के टायरों का उपयोग किया जाता है ताकि ट्रैक्टर या एग्रीकल्चर का मशीन वाला वाहन फिसलन का शिकार ना हो। (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi, general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com