कहते हैं जीवन के लिए ऑक्सीजन अनिवार्य है। यदि शरीर को भरपूर ऑक्सीजन और भोजन मिले तो वह पूरा विकास करता है। सवाल यह है कि ऑक्सीजन और भोजन भरपूर मिलते रहने के बावजूद वृद्धावस्था क्यों आती है। कोई कमी नहीं होती फिर भी मृत्यु हो जाती है।
दरअसल वृद्धावस्था शरीर के परिवर्तन की एक प्रक्रिया का पड़ाव है। यह तो आप जानते ही हैं कि किसी भी जीवधारी का शरीर कोशिकाओं या cells से मिलकर बना होता है। चूँकि कोशिका किसी भी जीवधारी के शरीर की कार्यात्मक और संरचनात्मक होती है। cell is the structural and functional unit of life, और इस कोशिका में ही जीवद्रव्य या (Protoplasm) पाया जाता है, जो कि जीवन का भौतिक आधार है या कहें कि जीवन को बनाए रखने के लिए जरूरी है।
प्रत्येक कोशिका में लगभग 90% तक लगभग जल पाया जाता है, जो कि वास्तव में जीव द्रव्य ही है। कोशिका के अंदर उपस्थित अंगक (cell Organells) जलीय माध्यम में ही आसानी से अपना काम कर पाते हैं। प्रत्येक कोशिका विभाजित होकर, नई कोशिका लगातार बनाती रहती है। परंतु वृद्धावस्था में कोशिका विभाजन की यह क्रिया धीमी पड़ जाती है, जिसके कारण कोशिकाओं की कार्य क्षमता भी प्रभावित होती है। एक निश्चित उम्र के बाद जीव द्रव्य की मात्रा कम होने लगती है। जिसके कारण कोशिकाएं धीरे-धीरे शिथिल पड़ जाती हैं।
वातावरण से ऑक्सीजन और संसाधनों से भोजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध तो होता है परंतु कोशिकाएं पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और भोजन को यूटिलाइज नहीं कर पाती हैं। अंततः कोशिकाएँ काम करना बंद कर देती हैं और कोशिका के अंदर जीवद्रव्य भी नहीं बचता जिसके कारण कोशिका मृत हो जाती है। इसे ही मृत्यु कहते हैं। वैज्ञानिक अभी तक वह फार्मूला नहीं खोज पाए हैं जिसके कारण जीव द्रव्य की मात्रा को कम होने से रोका जा सके। यदि कभी ऐसा हुआ तो स्वस्थ मनुष्य की आयु बढ़ाई जा सकती है। (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi, general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com