ग्वालियर। दही मंडी की तंग गलियों में नियम विरुद्ध जूता फैक्ट्री और गोदाम में लगी आग के कारण जान बचाने के लिए टीनशेड पर कूदे भाजपा नेता लाला बाबू अग्रवाल की मृत्यु हो गई। अस्पताल में उनसे मिलने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे थे। उन्होंने अपने अंदाज में कहा था 'उठो लाला बाबू मैं आया हूं,'।
हादसे के बाद से ही कोमा में थे भाजपा नेता
श्री अग्रवाल 7 दिन तक अपोलो अस्पताल में भर्ती रहे लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए। मृतक के भाई गिर्राज अग्रवाल चेंबर ऑफ कॉमर्स की कार्यकारिणी में सदस्य भी हैं। लाला बाबू अग्रवाल हादसे के बाद से ही कोमा में थे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने तरीके से उन्हें कोमा से बाहर निकालने की कोशिश की थी, लेकिन सभी कोशिशें नाकाम हो गई।
यह है मामला
दही मंडी के तंग रास्तों में जूता मार्केट का संचालन होता है। फायर सेफ्टी प्रोटोकॉल के हिसाब से इस तरह के इलाकों में ज्वलनशील वस्तुओं का व्यापार नहीं होना चाहिए। दीपावली की रात जूता फैक्ट्री के गोदाम में आग लग गई। आग की लपटें उठ रही थीं। घर में दो बेटियों के अलावा बीमार मां थी। पैरालाइसिस अटैक के कारण चलने-फिरने से असमर्थ हैं। आग देखकर लाला बाबू घबरा गए। परिवार को बचाने के लिए टीनशेड पर कूद गए। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.