ग्वालियर। अरब सागर में चल रही तूफानी हलचल के कारण बादलों की एक लाइन ग्वालियर तक पहुंच गई है मौसम विज्ञान की भाषा में इसे ट्रफ लाइन कहते हैं। यह लाइन जिन इलाकों के ऊपर होती है वहां बारिश की प्रबल संभावना होती है। इसी ट्रफ लाइन के कारण ग्वालियर चंबल संभाग का मौसम बदल गया है और कोहरा छाया हुआ है।
GWALIOR WEATHER FORECAST- कड़ाके की ठंड की तारीख तय
अरब सागर से ग्वालियर-चंबल संभाग तक ट्रफ लाइन बन गई है, जिससे गुरुवार-शुक्रवार की रात बूंदाबांदी होती रही और दिनभर बादल छाए रहे। अरब सागर से ग्वालियर तक छाए बादलों के कारण ग्वालियर का अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस कम है। रात के तापमान में 3.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण फिलहाल रात में ठंड कम हो गई है लेकिन इन बादलों के जाते ही कड़ाके की सर्दी शुरू हो जाएगी। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्वालियर में 22 नवंबर से तेजी से तापमान नीचे आएगा।
ग्वालियर में मौसम की सर्दी नहीं है, समुद्री हवाओं की ठंड है
बंगाल की खाड़ी व अरब सागर में एक साथ कम दबाव के क्षेत्र विकसित होने से अचानक मौसम बिगड़ गया। गत दिवस देर शाम से शुरू हुई बारिश का सिलसिला पूरी रात चला। रात में 1.9 मिमी बारिश दर्ज हुई। इस बारिश से हवा में नमी आ गई है। शुक्रवार को मध्य प्रकार का कोहरा छाया था, जिससे दृश्यता हजार मीटर पर आ गई थी, लेकिन सात बजे के बाद कोहरा छट गया, लेकिन बादल छाए रहे। बादलों ने दिन का तापमान नहीं बढ़ने दिया, जिससे ठंडक रही। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.