भोपाल सेंट्रल डेस्क। यह एक महत्वपूर्ण खबर है। अंतरिक्ष में चंद्रमा के ऑर्बिट क्षेत्र में बड़ा एक्सीडेंट होते होते बच गया। यदि यह एक्सीडेंट हो जाता तो भारत और अमेरिका को बड़ा नुकसान होता है। साथ ही दुनिया भर के वैज्ञानिक और उनके माध्यम से नागरिक अंतरिक्ष के कई रहस्यों को जानने से चूक जाते।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इसकी जानकारी दी है। इसरो की तरफ से बताया गया कि पिछले महीने विकट स्थिति पैदा हो गई थी। भारत का चंद्रयान-2 और अमेरिका का लूनर रिकोनिसेंस ऑर्बिटर आपस में टकराने वाले थे। इसरो ने इस एक्सीडेंट को बचाने के लिए कड़ी मेहनत की और chandrayaan-2 की ध्रुवीय कक्षा में परिवर्तन किया गया। भारत में अपना chandrayaan-2 उत्तरी ध्रुव से हटाया जिसके कारण हादसा होने से बच गया।
बेहद कम थी दोनों के बीच की दूरी
इसरो ने बताया कि चंद्रयान -2 ऑर्बिटर और नासा के LRO के बीच दूरी बहुत कम हो गई थी। नासा और इसरो दोनों ने इस पर नजर बनाए हुए थे। इसरो ने बताया कि अंत में विश्लेषण में यह पाया गया कि इन दोनों स्पेस ऑब्जेक्ट के बीच रेडियल दूरी 100 मीटर से कम होगी और निकटतम दूरी उपरोक्त समय पर केवल 3 किलोमीटर होगी। भारत की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया Hindi Samachar पर क्लिक करें.