जबलपुर। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट को फैलने से बचाने के लिए पिछले 1 महीने में अफ्रीका और दूसरे संक्रमित देशों से मध्यप्रदेश आए नागरिकों की तलाश की जा रही है। एक महिला अफ्रीका से दिल्ली होते हुए जबलपुर आई थी। पिछले 24 घंटे से उसकी तलाश की जा रही थी अंततः वह महिला मिल गई है। संतोष की बात यह है कि उसकी RTPCR नेगेटिव है लेकिन जीनोम सीक्वेंस के लिए सैंपल भेजा गया है।
सुबह की खबर: 11 दिन पहले जबलपुर आई थी
जबलपुर एयरपोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी है कि 11 दिन पहले एक महिला बोत्सवाना से दिल्ली होते हुए जबलपुर आई थी। दरअसल दिल्ली से अलर्ट आने के बाद भोपाल से जानकारी मांगी गई है, तब विभाग हरकत में आया और रविवार से ही महिला की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग शुरू हो गई है। शहर के होटलों, नेशनल पार्क में जाकर जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल महिला की जानकारी नहीं मिली है।
शाम का अपडेट: सेना के हॉस्टल में क्वारंटीन है
साउथ अफ्रीका से जबलपुर आई महिला को हेल्थ विभाग ने आखिरकार ट्रैस कर लिया। 34 वर्षीय खुमो ओरीमेट्सी लिन फॉरेन एक्सचेंज रिसर्च प्रोग्राम के तहत जबलपुर आर्मी के सीएमएम सेंटर पहुंची हैं। उसे सेना के हॉस्टल में क्वारंटीन किया गया है। महिला को ट्रैस करते हुए सोमवार 29 नवंबर की दोपहर 12 बजे टीम सेना के हॉस्टल पहुंची। फिलहाल राहत की बात ये है कि महिला की RTPCR रिपोर्ट नॉर्मल है। इसके बाद भी महिला का सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजा गया है।
मध्य प्रदेश को आमिक्रोन से बचाने अब तक क्या-क्या किया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 18 साल तक के बच्चों के लिए स्कूल जाना अनिवार्य से बदलकर ऑप्शनल कर दिया है।
ऑनलाइन कक्षाएं फिर से शुरू कर दी गई है।
पेरेंट्स की मर्जी के बिना बच्चों को स्कूल नहीं बुला सकते।
सरकारी कर्मचारियों के लिए वैक्सीन के दोनों डोज अनिवार्य, अन्यथा अवैतनिक छुट्टी।
प्राइवेट कर्मचारियों के लिए वैक्सीन के दोनों डोज अनिवार्य, अन्यथा ऑफिस सील।
फैक्ट्री कारखानों में मजदूरों के लिए वैक्सीन के दोनों डोज अनिवार्य, अन्यथा फैक्ट्री सील।