आईआईटी में दाखिले के लिए होने वाले जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) जेईई एडवांस के सिलेबस में लंबे समय बाद बड़ा बदलाव किया गया है। आईआईटी काउंसलिंग ने सिलेबस रिवाइज किया है। इसमें छात्रों को जेईई मेन के लिए अतिरिक्त टॉपिक्स पढ़ने की जरूरत नहीं होगी। गौरतलब है की नए सिलेबस के अनुसार परीक्षा 2023 में होगी। साल 2022 में एंट्रेंस एग्जाम पुराने सिलेबस से ही होगा।
इस नए सिलेबस से जेईई मेन व जेई एडवांस का सिलेबस करीब-करीब एक जैसा होगा नया सिलेबस एनसीईआरटी आधारित है। एनसीईआरटी पैटर्न से तैयारी करने वाले छात्रों को बोर्ड व कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी के लिए अलग टॉपिक्स नहीं पढ़ने होंगे। पैटर्न के बारे में आईआईटी में कोई सूचना जारी नहीं की है। फिजिक्स मैथमेटिक्स में सिलेबस में बढ़ोतरी हुई है, जबकि केमिस्ट्री से सिलेबस थोड़ा कम किया गया है। एग्जाम का डिफिकल्टी लेवल पहले की तरह ही रहेगा। एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि रिवाइज्ड सिलेबस से स्टूडेंट्स पर दबाव कम होगा।
केमिस्ट्री में न्यूक्लियर केमेस्ट्री को हटाकर, एनवायरमेंटल केमेस्ट्री को शामिल किया गया है। इलेक्ट्रो केमिस्ट्री में फ्यूल सेल तथा कोरोसन, केमिकल काइनेटिक्स में एक्टिविटी और सिलेक्टिविटी ऑफ सॉलिड कैटेलिस्ट व सॉल्यूशंस में ऑस्मोटिक प्रेशर और वांटऑफ फैक्टर भी शामिल रहेगा।
जबकि फिजिक्स में वेव ऑप्टिक्स नया टॉपिक रहेगा। वेव ऑप्टिक्स टॉपिक में डिफ्रेक्शन और पोलराइजेशन को शामिल किया गया है। यह दोनों टॉपिक जेईई मेन के सिलेबस में महत्वपूर्ण है लेकिन जेईई एडवांस के सिलेबस में यह शामिल नहीं थे, जिन्हें अब जोड़ा गया है। मैथमेटिक्स में सेटस् रिलेशंस और स्टैटिसटिक्स को भी शामिल किया गया है। मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा एवं करियर से जुड़ी खबरों और जानकारियों के लिए कृपया MP career news पर क्लिक करें.