भोपाल। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का मतलब शिवराज सिंह चौहान हो गया है। बिना सरकारी सहायता के भाजपा का कोई कार्यक्रम नहीं होता, कार्यकर्ता उसी अभियान में लगते हैं जिस की अपील शिवराज सिंह चौहान द्वारा की जाती है, लेकिन चुनावी सीजन से पहले राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश ने संकेत दिया कि मध्य प्रदेश में भाजपा का मतलब शिवराज सिंह चौहान नहीं है।
सत्ता नहीं, संगठन सर्वोपरि है: संगठन मंत्री शिव प्रकाश
प्रदेश पदाधिकारियों, मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष और जिलाध्यक्षों की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश ने कहा कि भाजपा का संगठन, सत्ता आधारित नहीं है। संगठन सर्वोपरि है। सत्ता नहीं रहेगी, तब भी संगठन रहेगा। संगठन को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सहयोग निधि का टारगेट पूरा करना है। इस बार 100 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हर हाल में पूरा करना है।
शिव प्रकाश के बयान के मायने
राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश का बयान का समय उसके मायने निर्धारित करता है। एक दिन पहले ही संगठन को सुबह से शाम तक शिवराज सिंह चौहान का इंतजार करना पड़ा। कार्यक्रम निर्धारित होने के बावजूद स्थगित हुआ और समय बदला गया। समीक्षा की जरूरत नहीं। रिकॉर्ड बताता है कि मध्य प्रदेश में भाजपा के कार्यक्रम और पदाधिकारियों की नियुक्ति शिवराज सिंह चौहान की मर्जी से होती है। सत्ता से अलग संगठन का अपना कोई अस्तित्व नजर नहीं आता। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें