इंदौर। The University Grants Commission (UGC) ने मध्य प्रदेश के सभी सरकारी एवं प्राइवेट यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को दिसंबर के महीने में अतिथि विद्वानों की भर्ती करने के निर्देश दिए हैं। 1 जनवरी 2022 की स्थिति में विद्यार्थियों के अनुपात में शिक्षकों की नियुक्ति करने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। यानी दिसंबर के महीने में मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर गेस्ट फैकल्टी और प्राइवेट कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की वैकेंसी ओपन होगी।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने शिक्षकों की नियुक्ति के लिए गाइडलाइन का पालन करने हेतु सर्कुलर जारी किया है। यूजीसी ने 31 दिसंबर से पहले सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की स्थिति की जानकारी मांगी है। निर्धारित किया गया है कि दिसंबर के महीने में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। ताकि जनवरी 2022 से नियमित कक्षाओं का संचालन गाइडलाइन के अनुसार किया जा सके।
नई शिक्षा नीति लागू करने के बाद यूजीसी ने अब उच्च शिक्षा की गुणवत्ता की दिशा काम शुरू कर दिया है। कालेज-विवि में रिसर्च, टीचिंग स्टाफ, तकनीकी का स्तर बढ़ाने में लगे हैं। पहले चरण में शिक्षकों की नियुक्ति करने का कहा है। कोरोना के चलते सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में अतिथि विद्वान और असिस्टेंट प्रोफेसर की संख्या कम कर दी थी।
DAVV मैनेजमेंट ने आवेदन बुलाकर इंटरव्यू पेंडिंग कर रखा है
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में 12 साल से शिक्षकों की नियुक्तियां नहीं हुई हैं। इन दिनों 220 नियमित व स्ववित्त शिक्षकों और 47 पद बैकलाग के खाली पड़े हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अगस्त में बैकलाग पदों के लिए आवेदन बुलवाए थे। लगभग 450 शिक्षकों ने दिलचस्पी दिखाई है। सितंबर से आवेदनों की स्क्रूटनी चल रही है, मगर इंटरव्यू अभी तक शुरू नहीं हुए हैं। सरकारी नौकरियों से संबंधित अपडेट एवं खबरों के लिए कृपया MP government jobs पर क्लिक करें.