भिंड। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश द्वारा डीएलएड प्रथम और द्वितीय वर्ष का रिजल्ट शुक्रवार को घोषित कर दिया गया। डाइट भिंड से DElEd की पढ़ाई करने वाले करीब 150 स्टूडेंट्स को फेल घोषित किया गया है। एक भी स्टूडेंट पास नहीं हुआ क्योंकि डाइट की ओर से एमपी बोर्ड दो विद्यार्थियों के आंतरिक अंक भेजे ही नहीं गए थे। बोर्ड की तरफ से सभी विद्यार्थियों को अनुपस्थित घोषित कर दिया गया।
सभी विद्यार्थियों ने कलेक्टर भिंड को ज्ञापन देकर साल बचाने की मांग की है। डाइट के परीक्षा प्रभारी पीपी पचौरी का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते। तत्कालीन प्राचार्य जिद पकड़ गए थे। वह मनमानी कर रहे थे। इंटरनल मार्क्स भेजने का काम उन्हीं का है। उन्होंने नहीं भेजे।
तत्कालीन प्राचार्य बी एस सिकरवार का कहना है कि जब साल भर कक्षाओं का संचालन ही नहीं हुआ तो आंतरिक मूल्यांकन कैसे करेंगे। इस बार इंटरनल मार्क्स भेजने की तारीख अलग-अलग थी, इसलिए चूक हो गई। वर्तमान प्रभारी प्राचार्य पीएस चौहान का कहना है कि 10 सितंबर तक बोर्ड के पास इंटरनल मार्क्स भेजे जाने थे। प्राचार्य और परीक्षा प्रभारी की आपसी खींचतान की वजह से आंतरिक मूल्यांकन के नंबर बोर्ड तक नहीं पहुंच पाए। हमने कलेक्टर के माध्यम से बोर्ड के पास पत्र भिजवाया था।
कुल मिलाकर प्राचार्य और परीक्षा प्रभारी के बीच पॉलिटिक्स अभी भी जारी है और इसका नतीजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इतनी बड़ी गलती प्रकाश में आने के बावजूद कलेक्टर भिंड द्वारा तत्कालीन प्राचार्य और परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। मध्य प्रदेश शिक्षा से संबंधित समाचारों के लिए कृपया MP education news पर क्लिक करें.