बालाघाट। कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा द्वारा जिले की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है, जो नियमित रूप से दी हुई शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण कर रही है। इस टीम के द्वारा निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों के विरुद्ध कलेक्टर द्वारा निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में 16 नवंबर को 7 शिक्षकों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है।
जिला प्रशासन की टीम द्वारा 22 अक्टूबर, 10 नवंबर एवं 13 नवंबर किए गए निरीक्षण के दौरान 07 शिक्षक बिना किसी सूचना के अपने शाला से अनुपस्थित पाए गए थे। जिस पर इन शिक्षकों को कलेक्टर द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री अश्वनी उपाध्याय ने बताया कि 22 अक्टूबर को प्रशासन की टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में शासकीय प्राथमिक शाला खामी के प्राथमिक शिक्षक आशीष कुमार सर्राटे अनुपस्थित पाए गए थे।
इसी प्रकार 10 नवंबर के निरीक्षण में प्राथमिक शाला हिरमूटोला के प्राथमिक शिक्षक तुलसीराम कोकोटे, 13 नवंबर के निरीक्षण में माध्यमिक शाला नेवरगांव-ला. के सहायक शिक्षक देवी प्रसाद हलकारे, शिक्षक कृष्ण दयाल बिसेन, माध्यमिक शाला पंचेरा के माध्यमिक शिक्षक क्षितिज चौहान, माध्यमिक शाला मगरदर्रा के प्राथमिक शिक्षक सुखचंद चौहान एवं प्राथमिक शाला सुरिया के प्राथमिक शिक्षक जितेंद्र कुमार पटले बिना किसी सूचना के अपनी शाला से अनुपस्थित पाए गए थे। जिस पर इन शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
जिला प्रशासन की टीम को पहले से पता नहीं होता है कि उसे कौन से क्षेत्र की किस शाला का निरीक्षण करना है। टीम के सदस्यों को निरीक्षण पर जाने से कुछ समय पहले बताया जाता है कि उन्हें किस शाला के निरीक्षण पर जाना है। यह टीम निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों की सूची कलेक्टर डा. मिश्रा के समक्ष प्रस्तुत करती है। मध्य प्रदेश के कर्मचारियों से संबंधित समाचारों के लिए कृपया Karmchari news MP पर क्लिक करें।