भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार में शामिल अनुसूचित जनजाति के मंत्री बिसाहूलाल, विजय शाह, मीना सिंह, रामकिशोर कांवरे और प्रेम सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष द्वारा बनाई गई मंत्रियों की बैठक का बायकाट कर दिया। एक भी मंत्री बैठक में शामिल नहीं हुआ। जबकि इस बैठक में सभी मंत्रियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया था।
राष्ट्रीय महामंत्री ने शिवराज सरकार के सभी मंत्रियों को बुलाया था
बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ने शिवराज कैबिनेट के सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद थे। बैठक शुरू हुई तब 15 ही मौजूद रहे। इसको लेकर संतोष ने नाराजगी व्यक्त की थी। राष्ट्रीय महामंत्री नाराज हुए तो लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया भी मीटिंग में पहुंच गए। उद्योग मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव बीजेपी कार्यालय पहुंचे, लेकिन बैठक में शामिल नहीं हुए।
मध्यप्रदेश के आदिवासी मंत्री बिसाहूलाल के समर्थन में लामबंद
बैठक से एक दिन पहले राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने मंत्री बिसाहूलाल के बयान की निंदा की थी। दूसरे दिन बैठक में मंत्री बिसाहूलाल उपस्थित नहीं हुए। उनके अलावा कैबिनेट मंत्री विजय शाह, मीना सिंह, रामकिशोर कांवरे और प्रेम सिंह ठाकुर भी बैठक में नहीं आए। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से सवाल पूछा गया तो वे किनारा कर गए। अनुमान लगाया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के सभी आदिवासी मंत्री बिसाहूलाल के समर्थन में आ गए हैं और संगठन पर दबाव बना रहे हैं। जबकि सामान्य जाति के भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता बिसाहूलाल को मंत्री पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.