भोपाल। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेता कमलनाथ मध्य प्रदेश में एक साथ 2 पदों पर कब्जा जमाए हुए हैं। आज अचानक दिल्ली रवाना हुए तो उम्मीद की जा रही थी कि किसी एक पद से इस्तीफा दे देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि एक व्यक्ति-एक पद के तहत जो फैसला सोनिया गांधी करे मुझे कोई आपत्ति नही।
हाईकमान का आदेश मानूंगा लेकिन मध्यप्रदेश नही छोडूंगा: कमलनाथ
मध्य प्रदेश की राजनीति में कमलनाथ के बयान अक्सर समीक्षा का कारण बनते हैं। अंग्रेजी से हिंदी में ट्रांसलेट करके बयान देने के कारण कई बार गलत शब्दों का उपयोग कर लेते हैं। एक बार फिर कमलनाथ ने दोहराया कि हाईकमान का आदेश मानूंगा लेकिन शर्त रख दी कि मध्यप्रदेश नहीं छोडूंगा। बताने की जरूरत नहीं कि कांग्रेस पार्टी का हाईकमान कमलनाथ को दिल्ली में देखना चाहता है। कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर उनकी जरूरत है।
कमलनाथ हर बार बयान देते हैं, इस्तीफा नहीं देते
जब जब एक व्यक्ति एक पद की बात आती है तो वह हमेशा कहते हैं कि वह किसी भी पद पर रहना नहीं चाहते। सोनिया गांधी जो फैसला करेंगी मुझे मान्य होगा लेकिन कभी भी फैसला नहीं होने देते। जब तक इस्तीफा नहीं देंगे तब तक नियुक्ति की प्रक्रिया कैसे शुरू होगी। कमलनाथ की सीनियरिटी इतनी ज्यादा है कि उन्हें पद से हटाया नहीं जा सकता और ना ही उनसे इस्तीफा मांगा जा सकता है।
40 साल से ज्यादा के अनुभव और 75 साल से अधिक की उम्र के बाद नेताओं से उम्मीद की जाती है कि वह संगठन हित में स्वविवेक से निर्णय लेंगे जैसा कि कांग्रेस पार्टी में सैकड़ों नेताओं ने पूर्व में भी लिया। राजनीति की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP political news पर क्लिक करें.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा-- मैं मध्यप्रदेश छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा। मैं प्रदेश की राजनीति करूंगा।@OfficeOfKNath @INCMP pic.twitter.com/zSAk4VPwJP
— Ajay Jha (@Ajay_reporter) November 22, 2021