जैसा कि हमने अपने पिछले आर्टिकल में वृद्धि, परिपक्वता और विकास के बारे में जाना था। उसी क्रम में एक और महत्वपूर्ण शब्द या term है अधिगम! सरल शब्दों में कहें तो अधिगम का अर्थ है- सीखना। अधिगम, एक मानसिक प्रक्रिया प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति परिपक्वता की ओर बढ़ते हुए और अपने अनुभवों का लाभ उठाते हुए, अपने व्यवहार में परिवर्तन तथा परिमार्जन करता है।
अधिगम अस्थाई या स्थाई - Learning Temporary or Permanent
परंतु सभी तरह के व्यवहार में हुए परिवर्तन को सीखना नहीं कहा जाता। कभी किसी बीमारी, थकान, डर, दवा के कारण व्यवहार में हुआ परिवर्तन अधिगम नहीं कहलायेगा। यानी कोई भी अस्थाई परिवर्तन (temporary change) अधिगम नहीं कहलाएगा परंतु अधिगम परमानेंट होता है अगर एक बार हम कोई काम करना सीख गए तो 10, 20 साल बाद भी उसको कर ही लेते हैं। जैसे बचपन में हम साइकिल चलाना जानते थे और इसके बाद कई सालों तक नहीं चलाई परंतु दोबारा साइकिल मिलने पर हम उसको थोड़ी बहुत कठिनाई के बाद चला ही लेते हैं। इसीलिए कहा जाता है कि अधिगम एक स्थाई परिवर्तन या permanent change है।
रटना क्या है - What is Rote learning
अधिगम भी विकास की ही तरह एक जीवन पर्यंत चलने वाली प्रक्रिया है जिसके द्वारा हम कुछ ना कुछ ज्ञान अर्जित करते ही रहते हैं। अधिगम व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में सहायक होता है। अधिगम के बाद ही व्यक्ति खुद को और दुनिया को समझने के काबिल बन पाता है। अधिगम एक सहज प्रक्रिया है और बच्चे स्वभाव से ही सीखने के लिए प्रेरित रहते हैं और उनमें सीखने की जन्मजात क्षमता होती है परंतु रटना सीखना (Rote Learning) अधिगम नहीं है। अधिगम एक सहज प्रक्रिया है और बच्चे स्वभाव से ही सीखने के लिए प्रेरित रहते हैं और उनमें सीखने की जन्मजात क्षमता (Innate Capasity) होती है।