भोपाल। अरब सागर से उठी घटाएं मध्यप्रदेश के आसमान पर छा गई हैं। मौसम विशेषज्ञों ने अगले 3 दिन तक बारिश होने की प्रबल संभावना जताई है। कहां कितनी बारिश होगी इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता परंतु पूरे मध्यप्रदेश का मौसम बदल जाएगा। चिंता की बात यह है कि पश्चिम बंगाल से भी बादलों का उठने का क्रम शुरू हो गया है। बंगाल वाले बादलों के भी मध्यप्रदेश पहुंचने की संभावना है।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान- कहां कितनी बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि बुधवार से प्रदेश में बारिश शुरू होगी। इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर-चंबल संभागों में कहीं-कहीं अच्छी बारिश होगी, जबकि भोपाल में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने का अनुमान है। इसके साथ ही अरब सागर में बन रहे लो-प्रेशर के कारण उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभागों के साथ इंदौर संभागों में ज्यादा पानी गिर सकता है।
रात के समय यातायात के लिए 72 घंटे असामान्य
बारिश के कारण धुंध और कोहरा छाने से विजिबिलिटी एक किलोमीटर से कम हो सकती है। यह स्थिति 1 दिसंबर से 3 दिसंबर तक यानी 72 घंटे तक रहेगी। बादल छंटने के बाद अचानक से रात का पारा नीचे आएगा। हालांकि, अधिकतम तापमान ज्यादा नीचे नहीं आएगा।
मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड कब शुरू होगी
वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि अगले 72 घंटे तक बारिश के कारण दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। साइक्लोन का प्रभाव कम होने से नमी आना बंद हो जाएगी। इससे बादल छंटने से पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में गिरावट होगी। हालांकि, दिन के तापमान पर इसका ज्यादा असर नहीं होगा, लेकिन रात का पारा 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे तक आ सकता है।
अपडेट: इन जिलों में मावठ और बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, MP में 1 से 3 दिसंबर तक बादल छाने, मावठे गिरने और धुंध छाने की भी संभावना है। वहीं वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण पश्चिमी मध्यप्रदेश यानी ब्यावरा, अलीराजपुर, उज्जैन, झाबुआ, राजगढ़, गंजबासौदा, बारासिवनी, इंदौर, शाजापुर, देवास, धार, रतलाम, सीहोर में 1 दिसंबर, जबकि, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और पूर्वी मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग के शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना में 2 दिसंबर से बादल छाने और बारिश के आसार है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें