भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने मांग की है कि UTD व LTD के साथ अन्याय पूर्ण नीति के चलते वो जिस पद से भर्ती हुए उसी पद से रिटायर होते जा रहे हैं इसलिए UTD को प्राचार्य का पद व LTD को वरिष्ठ वेतनमान के अनुसार UTD व व्याख्याता का पद दिया जाना चाहिए।
म प्र राज्य कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह भदौरिया ने प्रेस विज्ञप्ति में विस्तृत रूप से बताया कि पूर्व में UTD से 40 प्रतिशत पद सीधे हायर सेकंडरी प्राचार्य के लिए भरे जाते थे पर 1998 में शासन ने गुपचुप रूप से ये व्यवस्था बदल दी व LTD व UTD के पद मृत घोषित कर दिए। साथ ही व्याख्याताओं के नए पद भी सृजित नहीं किए। इससे UTD के प्रमोशन लगभग रुक गए। चूंकि इनकी पदोन्नति नही हो पाई तो LTD के भी प्रमोशन प्रभावित हुए। आज पूरी सर्विस में इन्हें भी एक भी प्रमोशन नही मिल पाया। जबकि पुलिस विभाग की तर्ज पर इनकी वरिष्ठता व योग्यता अनुसार इन्हें पदनाम दिया जाना चाहिए था।
आज पूरे प्रदेश में ट्रायबल में लगभग 2800 व शिक्षा विभाग में 4000 के करीब UTD मौजूद होकर पदोन्नति की बाट जोह रहे है। सरकार से संघ मांग करता है इन्हें पूर्व की भांति 40 प्रतिशत सीधे प्राचार्य बनाया जावे व मैं चाहता हूं के नए पद सृजित किये जावे जिससे इनकी जगह LTD भी पदोन्नति/पदनाम पा सके। एक विकल्प ये भी हो सकता है कि सीएम राइज स्कूलों में 5400 ग्रेड पे पाने वालो को उप प्राचार्य/प्राचार्य पद पर रख दिया जावे तो 9500 सीएम राइज स्कूलों में 19000 लोग पदोन्नत हो सकते है। मध्य प्रदेश में कर्मचारियों से संबंधित समाचारों के लिए कृपया karmchari news mp पर क्लिक करें।