ग्वालियर। ज्योतिषाचार्य ध्रुव ऋषि के अनुसार अगहन के महीने में यदि आप शंख की पूजा करते हैं लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद मिलता है। वर्ष में ऐसा अवसर दोबारा नहीं आता। पूजा एवं दान करने से ना केवल सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है बल्कि दोष से मुक्ति भी मिलती है। यानी भविष्य में कष्ट कम हो जाते हैं।
अक्षय पुण्य प्राप्त होता है- जीवन भर लाभ देता है
कैलेंडर के अनुसार दिनांक 20 नवंबर 2021 से 19 दिसंबर 2021 तक अगहन का महीना चलेगा। इस महीने में शंख के साथ लक्ष्मी पूजन का विधान है। शास्त्रों में शंख को लक्ष्मी जी का भाई बताया गया है। इसीलिए लक्ष्मी पूजन में शंख को हमेशा उपस्थित रखा जाता है। शास्त्रों में स्पष्ट उल्लेख है कि अगहन के महीने में स्नान दान, व्रत और विधिवत पूजा पाठ से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। अक्षय से तात्पर्य जिसका जीवन भर क्षय नहीं होता। यानी जिसका प्रभाव जीवन में कभी खत्म नहीं होगा।
श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं- जीवन में चमत्कार मिलते हैं
इस महीने के आखिरी दिन यानी पूर्णिमा पर चंद्रमा मृगशिरा नक्षत्र में रहता है। इसलिए इसे मार्गशीर्ष कहा गया है। यमुना नदी में स्नान करने से दोषों से मुक्ति मिलती है। यानी भविष्य में कष्ट कम हो जाते हैं। भगवान श्री कृष्ण ने पांचजन्य नाम का शंख धारण किया था। इस महीने में भगवान श्री कृष्ण के पांचजन्य का ध्यान करते हुए शंख की पूजा की जाती है। इसके कारण भगवान श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं। और बताने की जरूरत नहीं कि श्रीकृष्ण के प्रसन्न होने से जीवन में चमत्कार होते हैं।
सूर्य देव की पूजा से पापों का नाश होता है
पृथ्वी लोक में लगभग प्रत्येक मनुष्य जाने अनजाने पाप का भागीदार बन ही जाता है। अगहन मास में रविवार के दिन सूर्योदय के समय जल अर्पित करने से दोष एवं पापों का शमन होता है। यदि रविवार को नमक का त्याग करेंगे तो तब होगा और यदि उपवास करेंगे तो अति उत्तम होगा। सूर्य को प्रसन्न करने का यह एक सरल एवं उत्तम उपाय है। कुंडली में अशुभ दोष से मुक्ति मिल जाती है। धर्म से संबंधित समाचार एवं जानकारियों के लिए कृपया Vrat aur tyohar पर क्लिक करें.