कक्षा 10 हाई स्कूल साइंस अथवा मैथ्स सब्जेक्ट के साथ परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट ध्यान रखें कि यदि वह वैज्ञानिक बनना चाहती है तो उन्हें अभी पढ़ाई करनी होगी। यदि वह 75% से अधिक अंक प्राप्त कर लेते हैं तो उन्हें Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana (KVPY) के तहत फेलोशिप प्राप्त करने का मौका मिल सकता है।
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना भारत सरकार द्वारा संचालित की जाती है। इसमें केवल वही स्टूडेंट भाग ले सकते हैं जिन्होंने कक्षा 10 में कम से कम 75% अंक प्राप्त किए हों। फैलोशिप प्रोग्राम के अलावा इस योजना की सबसे खास बात यह है कि हर साल लगभग 3000 स्टूडेंट्स को वैज्ञानिक बनने का मौका मिलता है। इस योजना के तहत होने वाली पात्रता परीक्षा में क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट को भारत के सबसे अच्छे साइंस कॉलेज में एडमिशन मिलता है।
फैलोशिप प्रोग्राम के तहत अंडर ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स को 5000 रुपए प्रतिमाह और वर्ष के अंत में ₹20000 इस प्रकार कुल ₹80000 स्कॉलरशिप दी जाती है। पोस्ट ग्रेजुएशन वाले स्टूडेंट्स को ₹7000 महीना स्कॉलरशिप और अंत में ₹28000 इस प्रकार कुल ₹112000 सहायता दी जाती है। इस योजना का संचालन भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु द्वारा किया जाता है।
कुल मिलाकर कक्षा 10 में पढ़ाई का मतलब लाइफ सेट हो गई। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.