सभी जानते हैं कि दिनांक 21 जुलाई 1969 को नील आर्मस्ट्रांग और उनकी टीम ने चांद पर कदम रखा था। इसके बाद कुछ और इंसानों ने चांद की धरती पर कदम रखा। दिनांक 11 दिसंबर 1972 को अमेरिका के एस्ट्रोनॉट यूजीन सरनैन और हैरिसन जैक स्मिट चांद की जमीन पर उतरे लेकिन उसके बाद फिर पृथ्वी से कोई भी इंसान चांद पर नहीं गया। सवाल यह है कि इंसानों ने चांद पर जाना बंद क्यों कर दिया। क्या वाकई वहां कोई आर्मी है, जिसने इंसानों को चेतावनी दी है।
4 सालों में इंसान ने चांद पर क्या-क्या किया
इतिहास में दर्ज है कि 21 जुलाई 1969 से लेकर 11 दिसंबर 1972 तक इन 4 सालों में इंसानों ने चांद पर पहुंच कर काफी उधम मचाया। चांद की जमीन पर चले। फोटो वीडियो बनाएं। पत्थर उठाकर फेंके। यहां से वहां कूदे और तो और गाड़ी भी चलाई। कहते हैं 1969 से लेकर 1972 तक इंसानों ने चांद पर जितना कचरा फैलाया, वह आज भी वहीं पर वैसा का वैसा है। धरती से चांद की ताजा जानकारी के लिए भेजे जाने वाले उपग्रह के फोटोग्राफ्स में वह कचरा दिखाई देता है।
चांद की रक्षा के लिए कोई आर्मी तैनात है, उसी ने इंसानों को आने से रोका
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चांद पर इंसानों को भेजने का मिशन बंद कर दिया था। कहा जाता है कि 1972 के मिशन में जब अंतरिक्ष यात्री चांद की तरफ आगे बढ़ रहे थे, तब कोई अंतरिक्ष यान उन्हें गश्त करता हुआ दिखाई दिया। वह नासा के अंतरिक्ष यान के आसपास आता जाता हुआ महसूस हुआ। वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्हें कुछ आवाजें भी सुनाई दीं। यह आवाजें असामान्य थीं। जैसे कोई पूछ रहा है, यहां क्यों आए हो। वापस लौट जाओ। अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा अपना एक्सपीरियंस शेयर करने के बाद नासा ने अगला मिशन प्लान ही नहीं किया।
चांद पर इंसान भेजने से खर्चा बहुत होता है, फायदा नहीं होता
एक थ्योरी यह भी है। बताया गया है कि चांद पर इंसान को भेजने से खर्चा बहुत होता है लेकिन उसका कोई वैज्ञानिक फायदा नहीं होता। 2004 में इंसान को चांद पर भेजने का खर्चा 104,000 मिलियन अमरीकी डॉलर या इससे अधिक, अनुमानित किया गया था। जबकि बिना इंसान वाला उपग्रह भेजने में काफी कम खर्चा आता है, और हर वह काम हो जाता है जो इंसान कर सकता है।
2024 में पृथ्वी की पहली महिला चांद पर जाएगी
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा एक बार फिर चांद की सतह पर इंसान को भेजने की तैयारी कर रही है। तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस प्रोजेक्ट पर सिग्नेचर किए थे। हालांकि प्रोजेक्ट अपनी टाइमलाइन के अनुसार नहीं चल रहा लेकिन उम्मीद की जा रही है कि 2024 में नासा का अंतरिक्ष यान एक महिला अंतरिक्ष यात्री को लेकर चांद की यात्रा पर रवाना होगा। - (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi, general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com